मिर्जापुर में सरकार बच्चों को मुफ्त किताबें दे रही हैं। जबकि उस पर कुंडली मार कर बैठे विद्यालय के अध्यापक किताबें पैसे के लालच में कबाड़ी को बेंच दिया। वर्ष 2023-24 की बेंची गई किताबें कबाड़ी के ठेले पर ग्रामीणों ने पकड़ा। जिसे प्रधानाध्यापक पुरानी किताबें बता रहे थे। जिसे कबाड़ी ने बजटा प्राथमिक विद्यालय से खरीदा था।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जांच का आदेश दिया गया है। रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जायेगी। ग्रामीणों ने कबाड़ी और दुकानदार के पास से भारी मात्रा में किताबें पकड़ी। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल में भेजी गयी किताब रद्दी में कबाड़ी को बेंच दिया गया। वर्ष 2023-24 सत्र की किताबें ग्रामीणों ने दुकान और कबाड़ी के ठेले पर से पकड़ा था। ग्रामीणों का आरोप है कि यह किताबें सदर तहसील के प्राथमिक विद्यालय बजटा में बच्चों को पढ़ने के लिए आयी थी। स्कूल के लोगों ने इस किताब को कबाड़ी को बेचकर पैसा ले लिया। ग्रामीणों को जब इसका पता चला तो कबाड़ी के पास से किताब को पकड़ा गया।
कबाड़ी ने दुकानदार को किताब बेंची थी। उसे भी ग्रामीणों ने दुकानदार के पास से पकड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल के अध्यापकों ने पुराने अभिलेख के साथ-साथ नए सत्र की किताबें भी बेच दी। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने वर्तमान सत्र के किताबों को बेचे जाने से इंकार किया। जबकि विद्यालय पहुंचे प्रधान और ग्रामीणों ने कहा कि सभी किताबें इसी सत्र की है।