वेस्टइंडीज ने भारत पर लगातार दूसरी जीत हासिल की है। टीम ने इंडिया को दूसरे टी-20 मुकाबले में 2 विकेट से हराया। इस जीत की मदद से कैरेबियाई टीम 5 मुकाबलों की सीरीज में 2-0 की बढ़त पर आ गई है। मैच गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला गया। सीरीज का तीसरा मुकाबला भी इसी मैदान पर होगा।
रविवार को भारत ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी। टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 152 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज ने 18.5 ओवर में 8 विकेट पर जीत हासिल कर ली। निकोलस पूरन प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर फिर फेल रहा। ओपनर्स इस मुकाबले में भी टीम को उम्मीद के मुताबिक शुरुआत नहीं दिला सके। टीम के टॉप-3 बैटर्स ने महज 35 रन बनाए। भारतीय टीम ने 16 रन के टीम स्कोर पर शुभमन गिल का विकेट गंवा दिया था।
तेज गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को 3 झटके देकर विंडीज पर दवाब बनाया, लेकिन बीच के ओवर्स में विकेट नहीं निकाल सके। कैरेबियंस ने 32 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे। यहां से विकेटकीपर निकोलस पूरन और रोवमन पॉवेल ने चौथे विकेट के लिए 67 रनों की उपयोगी साझेदारी की। इस साझेदारी ने मेजबानों को दवाब से उबार दिया।
32 रन पर शुरुआती 3 विकेट गंवाने के बाद विंडीज के मिडिल ऑर्डर ने जिम्मेदारी संभाली। निकोलस पूरन ने 67, रोवमेन पॉवेल ने 21 और शिमोरन हेटमायर ने 22 रनों की पारियां खेलीं।
152 रन के सामान्य से स्कोर को डिफेंड करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने भर-भर के रन लुटाए। कप्तान पंड्या ने चार ओवर में 35 और अर्शदीप ने 34 रन दिए। मुकेश कुमार ने 3.5 ओवर में 34 रन दिए, जबकि रवि बिश्नोई ने 31 रन खर्च किए। वहीं, चहल ने 3 ओवर में 19 रन दिए।
गुयाना में भारतीय टीम को 2 विकेट की हार मिली और टीम इस सीरीज में 2-0 से पिछड़ गई। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने लगातार विकेट गंवाए। टॉप ऑर्डर के खराब प्रदर्शन के बाद मिडिल ऑर्डर में तिलक वर्मा के अलावा किसी दूसरे बैटर ने जिम्मेदारी नहीं उठाई।
अनुभवी संजू सैमसन 7 रन बनाकर पवेलियन लौटे। कप्तान पंड्या ने 29 रन जरूर बनाए, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 133 के आसपास ही रहा। अन्य बैटर भी कुछ खास नहीं कर सके। पावरप्ले में हमारे बैटर्स महज 34 रन ही बना सके। इससे कैरेबियाई टीम को 153 रन का टारगेट मिला।
दूसरी पारी की शुरुआत में पंड्या ने पहले ओवर में ओपनर्स को आउट कर विंडीज को दवाब में ला दिया। फिर अर्शदीप ने चौथे ओवर में तीसरा झटका दिया, लेकिन यहां से पूरन-पॉवेल की साझेदारी ने मेजबानों को संकट से उबार लिया। बीच के ओवर्स में कैरेबियंस को इक्का-दुक्का झटके लगे, लेकिन प्रभाव नहीं छोड़ सके।
हां, 16वें ओवर में चहल ने रुख भारत की ओर मोड़ा, लेकिन 17वें, 18वें और 19वें ओवर्स में मुकेश कुमार और अर्शदीप सिंह आखिरी के दो विकेट लेने में नाकाम रहे। चहल के ओवर्स के बाद भारत के जीतने की उम्मी बढ़ी थी, लेकिन विंडीज के पुछल्ले बैटर्स ने आखिरी ओवर्स से पहले ही मैच खत्म कर दिया।