एक तरफ जहां पुतिन ये दावा कर रहे हैं कि उन्होंने यूक्रेन के काउंटर ऑफेंसिव को फेल कर दिया है। वहीं, अमेरिका ने दावा किया है कि यूक्रेन ने रूसी कब्जे से अपनी 50% जमीन को छुड़वा लिया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ये जानकारी दी है। CNN को दिए एक इंटरव्यू में ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन ने बहुत मुश्किल लड़ाई लड़ी है।
रूस से अपने इलाके छुड़वाने के लिए किया गया यूक्रेन का काउंटर ऑफेंसिव (हमला) अभी शुरुआती फेज में है। ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेनी हमले एक या दो हफ्तों में खत्म नहीं होंगे। ये कई महीनों तक जारी रहने वाले हैं। वहीं, यूक्रेन को उम्मीद है कि उसे अगले साल नाटो की सदस्यता मिल जाएगी।
यूक्रेन के विदेश मंत्री ओलेस्की रेजनिकोव ने कहा है कि वो अगले साल होने वाले नाटो समिट में संगठन के सदस्य बन सकते हैं। अगले साल वॉशिंटन में होने वाले समिट में संगठन के 75 साल पूरे हो जाएंगे।
रेजनिकोव ने कहा- कौन जानता है, हो सकता कि अगले साल का जुलाई महीना यूक्रेन के लिए अहम साबित हो। ये मेरा अनुमान है। रेजनिकोव ने ये बयान पिछले हफ्ते हुए नाटो समिट के बाद आया है। समिट नें सदस्य देशों ने कहा था कि जंग के दौरान वो यूक्रेन को नाटो का मेंबर नहीं बना सकते हैं।
बेशक यूक्रेन अभी नाटो का मेंबर नहीं बना है, लेकिन उसे सदस्य देशों से जमकर मदद मिल रही है। पिछले सोमवार यानी 17 जुलाई को रूस ने जंग के शुरुआती फेज में यूक्रेन के साथ की ग्रेन डील खत्म कर दी थी। इस बीच जेलेंस्की ने नाटो देशों की एक बैठक बुलाई है।
ग्रेन डील से बाहर होने के बाद अब वो ब्लैक सी से गुजरने वाले यूक्रेनी जहाजों पर हमला कर सकता है। जेलेंस्की ने कहा है कि नाटो काउंसिल को ये तय करना होगा की ग्रेन कॉरिडोर से कैसे ऑपरेशन सही तरीके से चलाए जा सकते हैं।
पुतिन से बगावत के बाद प्राइवेट मिलिट्री वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन ने बेलारूस में एक रियल एस्टेट मैनेजमेंट कंपनी शुरू की है। इसे कॉनकॉर्ड मैनेजमेंट एंड कंसल्टिंग कंपनी नाम दिया गया है और बेलारूस के मोगलेव प्रांत के त्सेल गांव के पते पर रजिस्टर्ड कराया है।
यहां पहले बेलारूसी मिसाइल ब्रिगेड का ठिकाना था। प्रिगोजिन पहले केटरिंग, होटलों और ट्रोल फैक्ट्री से जुड़े हुए थे। वैगनर समूह का दुनियाभर में कारोबार फैला है, अफ्रीका के कई देशों में वैगनर सोने की खदानों, शराब कंपनियों से लेकर टिम्बर जैसे बिजनेस शामिल हैं। पिछले महीने बगावत व समझौते के बाद प्रिगोजिन 5 हजार लड़ाकों के साथ बेलारूस पहुंच गए थे।
पुतिन से मिले बेलारूस के राष्ट्रपति:प्रिगोजिन की बगावत के बाद पहली मुलाकात, कहा- वैगनर के लड़ाकों ने परेशान कर दिया है
वैगनर आर्मी की बगावत के बाद पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रविवार को पहली मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने वैगनर चीफ प्रिगोजिन समेत कई मुद्दों पर चर्चा की है। दोनों के मिलने का वीडियो रूस की सरकारी मीडिया एजेंसी तास ने शेयर किया है।