एक्टर मोहम्मद जीशान अय्यूब वेब सीरीज ‘तांडव’ के बाद विवादों में आ गए थे। उनके खिलाफ देश के कई हिस्सों में FIR हुए थे। अब उन्होंने खुलकर इस बारे में अपनी राय रखी है।
जीशान ने कहा कि तांडव कॉन्ट्रोवर्सी का असर उनके करियर पर भी पड़ा। उन्हें कुछ प्रोजेक्ट्स से हाथ भी धोना पड़ा। जीशान ने कहा कि उनके पास 6 महीने तक काम नहीं था।
दरअसल सीरीज के एक एपिसोड में हिंदू देवी-देवताओं को अजीब ढंग से दिखाया गया, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में तांडव के मेकर्स के खिलाफ FIR दर्ज हुए थे।
तांडव सीरीज 15 जनवरी 2021 को रिलीज हुई थी। इसके पहले ही एपिसोड में आपत्तिजनक सीन थे। पहले एपिसोड के 17वें मिनट में हिंदू देवी-देवताओं का रोल कर रहे किरदारों को अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया।
इसी तरह पहले एपिसोड के 22वें मिनट में जातिगत झगड़ों को उकसाने के लिए कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी सुनने को मिली। इसके अलावा प्रधानमंत्री के पद पर बैठे आदमी को गाली देते और शराब पीते दिखाया गया। इन्हीं सब दृश्यों को लेकर विवाद हुआ था।
जीशान अय्यूब ने लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा- सभी को पता है कि तांडव के बाद क्या हुआ। हमारे ऊपर केस हुए। मीडिया और सोशल मीडिया ट्रायल हुए। टेंशन दिया गया, प्रताड़ित हुआ।
बहुत खराब दिन थे। स्पेशली शुरुआत के 10 से 12 दिन। समय के साथ चीजें बेहतर होती गईं लेकिन इस घटना ने मुझे एक बात सीखा दी। मैं उन लोगों का नाम लेना नहीं चाहूंगा, लेकिन जिनके ऊपर मैंने विश्वास किया, उन लोगों ने मुझे बीच में दगा दे दिया। मेरे साइन किए हुए प्रोजेक्ट मुझसे छीन लिए गए।
जीशान ने आगे कहा- इस घटना ने मुझे और भी बातें सीखा दीं कि इस इंडस्ट्री में अधिकतर लोग मौका परस्त हैं। बहुत कम लोग ऐसे हैं जिनके अंदर हिम्मत है। पहली बार ऐसा हुआ कि मुझे लोगों के पास काम मांगने जाना पड़ा।
मैंने समीर नायर से संपर्क किया। इसके बाद मैं हंसल मेहता के पास गया। उन्होंने मुझे सीरीज ‘स्कूप’ में कास्ट किया। मैंने जोया अख्तर से भी संपर्क किया था। मैं 6 महीने घर पर बैठा रहा, लेकिन ये मेरे लिए कुछ हद तक सही भी रहा। मैंने इन 6 महीनों में सोच लिया कि अब सिर्फ उन्हीं फिल्मों में काम करूंगा जिसे करके मुझे अच्छा लगेगा।
तांडव को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि एक्टर्स को सुरक्षा भी देनी पड़ गई थी। सीरीज के लीड एक्टर सैफ अली खान के घर के बाहर सुरक्षा बल भी तैनात करने पड़े थे।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में तांडव के मेकर्स के खिलाफ FIR दर्ज हुए थे। सिर्फ उत्तर प्रदेश में तीन FIR (लखनऊ, शाहजहांपुर और ग्रेटर नोएडा) में दर्ज हुए थे। इस मामले में सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी सक्रिय हुआ था।