अमेरिका में दो महीने से चल रही हॉलीवुड राइटर्स की हड़ताल में शुक्रवार को अभिनेता भी शामिल हो गए। BBC के मुताबिक, ये पिछले 6 दशक में हुई हॉलीवुड की सबसे बड़ी स्ट्राइक है। शुक्रवार को एक्टर्स ने घोषणा की कि हड़ताल के दौरान वो किसी भी मूवी की शूटिंग या प्रमोशन में शामिल नहीं होंगे। इससे अवतार और ग्लैडिएटर जैसी बड़ी मूवी सीरीज के सीक्वल पर खतरा मंडरा रहा है।
क्रिस्टोफर नोलन की ओपेनहाइमर मूवी के कलाकार मेट डेम, एमिली ब्लंट, सिलियन मर्फी और फ्लोरेंस पग ने प्रीमियर छोड़ दिया। लॉस एंजिल्स में नेटफ्लिक्स के दफ्तर के सामने 1.71 लाख से ज्यादा राइटर्स और एक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते इस्तेमाल से उन्हें काम नहीं मिल रहा है। उनकी कमाई घट गई है।
11 हफ्तों से जारी राइटर्स की इस हड़ताल को हॉलीवुड की कई दिग्गज सेलिब्रिटीज ने समर्थन दिया है। इनमें ब्रैड पिट, मेरिल स्ट्रिप, जेनिफर लॉरेंस, चार्लिज थेरोन, जोक्विन फिनोएक्स, जेमी ली कर्टिस, ओलिविया वाइल्ड, इवान मेकग्रेगोर शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में ही जॉर्ज क्लूनी, जोन कसेक और मार्क रफालो भी इस मुहिम को अपना समर्थन दिया है।
HBO की सक्सेशन सीरीज के मेन एक्टर ब्रायन कॉक्स ने BBC से कहा- ये हड़ताल पूरे साल तक चलने की आशंका है। मूवी और सीरीज के स्ट्रीमिंग में बहुत पैसा है और प्रोडक्शन हाऊस प्रॉफिट को राइटर्स और एक्टर्स के साथ बांटना नहीं चाहते हैं। वो हमें बाहर निकाल देना चाहते हैं।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रोडक्शन हाऊस की मनमानी के चलते इंडस्ट्री में बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। अभिनेत्री फेलिशिया डे ने कहा- अभी हालात ऐसे हो गए है कि आप गुजारा भी नहीं कर सकते हैं। पैसों की कमी के कारण हमारे बेघर होने का संकट आ गया है।
राइटर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका (डब्ल्यूजीए) के 11,500 और स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड-अमेरिकन फेडरेशन ऑफ टेलीविजन एंड रेडियो आर्टिस्ट यूनियन (सेग-एफ्ट्रा) के 1.60 लाख लोग हड़ताल पर हैं। हॉलीवुड के कई दिग्गज अभिनेताओं ने भी उनका सपोर्ट किया है। नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफॉर्म का कहना है कि अमेजन, एपल के साथ स्ट्रीमिंग विवाद से हालात बिगड़े हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हॉलीवुड में नए आइडिया, स्टोरी लाइन, डायलॉग और स्क्रिप्ट राइटिंग जैसे काम हो रहे हैं। इससे राइटर्स को काम नहीं मिल रहा है। राइटर यूनियन के चीफ फ्रान ड्रेश्चर ने कहा कि कलाकार रोज-रोज की बर्खास्तगी से ऊब गए हैं। अब काम मिलना कम हो गया है। AI के चलते कंपनियों ने राइटर्स को गिग वर्कर बना दिया है।
कई प्रोडक्शन हाऊस का प्रस्ताव है कि बैकग्राउंड के कलाकारों को एक बार स्कैन कर लिया जाए और उन्हें एक दिन का मेहनताना मिल जाए। इसके बाद उनके स्कैन को कंपनियां AI के जरिए जब चाहे, जिस प्रोजेक्ट में चाहे, इस्तेमाल कर सकेंगी। इसके लिए न तो बार-बार एक्टर्स की सहमति की जरूरत पड़ेगी और न हर बार कोई मुआवजा देना पड़ेगा।