महाराष्ट्र के पुणे में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पैरेंट्स के साथ मिलकर एक स्कूल प्रिंसिपल के साथ मारपीट कर दी है. विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने ईसाई प्रिंसिपल पर लड़कियों के टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरा लगाकर उनकी आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया है. विहिप का आरोप है कि प्रिंसिपल लड़कियों की अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेलिंग के जरिए ईसाई बनाने की साजिश रच रहा था. इस मारपीट का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हो गया है. इसके बाद यह घटना पूरे पुणे शहर में चर्चा का विषय बन गई है. पुणे के तलेगांव स्थित डीवाई पाटिल स्कूल के गर्ल्स टॉयलेट में कैमरा लगाए जाने की जानकारी कथित तौर पर छात्राओं ने ही अपनी-अपनी फैमिली को दी थी. पैरेंट्स ने अपनी बच्चियों की शिकायत के बाद स्कूल में जाकर पूछताछ की थी, जिसमें कैमरे लगाने की बात स्वीकार की गई और इसके लिए प्रिंसिपल एल्कजेंडर रीड्स का आदेश होने की बात कही गई. इसके बाद यह बात VHP तक पहुंची और उसके कार्यकर्ताओं ने पैरेंट्स के साथ स्कूल में पहुंचकर हंगामा करने के बाद प्रिंसिपल के साथ मारपीट कर दी. स्कूल टॉयलेट की वायरल हो रही तस्वीर में भी वॉशबेसिन के ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ दिख रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पैरेंट्स ने इसकी शिकायत तलेगांव पुलिस से भी की है. पुलिस को दी गई शिकायत में कैमरे लिखा गया है, जिससे वहां एक से ज्यादा कैमरे लगे होने की संभावना लगा रही है. आरोप है कि स्कूल का नया सेशन शुरू होने के बाद जुलाई के पहले सप्ताह में ये कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं. तलेगांव पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर रंजीत सावंत के मुताबिक, गर्ल्स वॉशरूम में CCTV कैमरे लगवाए जाने की शिकायत के साथ ही पैरेंट्स ने बाइबल कि प्रार्थनाएं कराने और हिंदू त्योहारों पर छुट्टी नहीं देने का आरोप भी लगाया है. इसकी जांच की जा रही है. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता स्कूल कैंपस में हर हर महादेव के नारे लगाते दिख रहे हैं. साथ ही प्रिंसिपल बताए जा रहे व्यक्ति को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे हैं. विहिप कार्यकर्ता इससे पहले भी स्कूल में हंगामा कर चुके हैं. उन्होंने तब भी प्रिंसिपल पर स्कूल में जबरन बच्चों से ईसाई प्रार्थना कराने का आरोप लगाया था. विहिप के एक पदाधिकारी सोमनाथ दाभाडे ने प्रिंसिपल के साथ मारपीट की पुष्टि की है. उन्होंने दावा किया है कि प्रिंसिपल की योजना टॉयलेट की अश्लील वीडियो से लड़कियों को ब्लैकमेल कर उनका धर्मांतरण कराने की थी.
शिक्षा विभाग ने भी दिए हैं जांच के आदेश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गर्ल्स टॉयलेट में कैमरा लगाने और धर्मांतरण की कोशिश के आरोपों पर शिक्षा विभाग भी एक्टिव हो गया है. इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी सुदाम वाल्नुज ने मीडिया से कहा कि स्कूल प्रबंधन को प्रिंसिपल के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया गया है.