अपना सबसे बड़ा प्रांत US ने रूस से खरीदा था, 17 साल के टीनएजर ने बनाया था मौजूदा झंडा

दुनिया का सबसे ताकतवर देश संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का आज 247वां स्वतंत्रता दिवस है। इस अवसर पर देश डिक्लेरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस का सालाना समारोह मना रहा है। 4 जुलाई 1776 को कॉन्टिनेटल कांग्रेस ने 13 अमेरिकी उपनिवेशों की ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज तृतीय से स्वतंत्रता और एकजुट होने की घोषणा की थी। इस घोषणा पर कांग्रेस ने दो दिन पहले यानी 2 जुलाई 1776 को वोटिंग भी की थी।

थॉमस जेफरसन ने डिक्लेरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस तैयार किया था। जेफरसन ने बाद में 1801 से 1809 तक अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। हैरानी की बात तो ये है कि जेफरसन की मौत भी 4 जुलाई 1826 को हुई। दो अन्य अमेरिकी राष्ट्रपति- जॉन एडम्स और जेम्स मोनरो की भी 4 जुलाई को ही मौत हुई थी।
अमेरिका ने 18 अक्टूबर 1867 में अपना सबसे बड़ा प्रांत- अलास्का रूस से खरीदा था। इसे 72 लाख डॉलर (354 रुपए/ वर्ग किमी के हिसाब से) में जार शासकों से खरीदा गया था।
1958 में 17 साल के रॉबर्ट हेफ ने स्कूल प्रोजेक्ट के लिए मौजूदा झंडा बनाया था। इससे पहले 1775 और 1777 में दो तरह के झंडे अपना चुका था। रॉबर्ट को इसके लिए B ग्रेड मिला था, बाद में उनके ग्रेड को A कर दिया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति आइजनहॉवर ने 4 जुलाई 1960 को इसे देश के झंडे के रूप में चुना।अमेरिका के राष्ट्रपति भवन यानी व्हाइट हाउस का निर्माण 13 अक्टूबर 1792 को अफ्रीकी-अमेरिकी गुलामों ने किया था। इसमें प्रवासी मजदूर भी शामिल थे। उनके पास अमेरिकी नागरिकता नहीं थी। इसे प्रेसिडेंशियल पैलेस या प्रेसिडेंट हाउस कहा गया। 1811 में इसका नाम व्हाइट हाउस रखा गया।
व्हाइट हाउस के लिए जगह, डिजाइन तय करने वाले जॉर्ज वॉशिंगटन इसमें कभी नहीं रहे। 1 नवंबर 1800 को जॉन एडम्स व्हाइट हाउस में रहने वाले पहले राष्ट्रपति बने।
ब्रिटिश सेना ने ‘1812 के युद्ध’ के बाद 1814 में व्हाइट हाउस में आग लगा दी थी। तब के राष्ट्रपति जेम्स मेडिसन को व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ा था। 1815-17 के बीच व्हाइट हाउस का जबरदस्त पुनर्निर्माण किया गया
अमेरिका पहला देश है जिसने अपने सर्वोच्च चुने हुए नेता को राष्ट्रपति कहा। अमेरिका में 1775 तक कांग्रेस (संसद) के अध्यक्ष को प्रेसिडेंट कहा जाता था। उस समय ज्यादातर आजाद देशों में राजशाही हुआ करती थी।
अंग्रेजी अमेरिका की आधिकारिक भाषा नहीं है। अमेरिकी सरकार ने कभी भी आधिकारिक भाषा घोषित नहीं की।
पिज्जा 19वीं सदी में इटैनियन प्रवासियों के साथ अमेरिका पहुंचा। अमेरिकी लोग हर साल करीब 300 करोड़ का पिज्जा खा जाते हैं। हर दिन के हिसाब से जोड़ें तो यह करीब 100 एकड़ जितना पिज्जा हुआ।