छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में एसआईटी ने हाइजिया ग्रुप के दो संचालकों से रविवार को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की। करीब आठ घंटे चली पूछताछ में घोटाले से जुड़े कई अहम बात सामने आई और दोनों आरोपियों ने घोटाले की बात कबूल की। साथ ही इसके पीछे अपने भाई लकी जाफरी का हाथ बताया।
हजरतगंज थाना पुलिस ने ईडी की जानकारी पर हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन जाफरी, अली अब्बास जाफरी और लकी समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जिसके लिए गठित एसआईटी जांच कर रही है। एसआईटी टीम ने रविवार को जेल भेजे गए इजहार हुसैन जाफरी और अली अब्बास जाफरी से पूछताछ की।
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी ने अब जुटाए गए साक्ष्यों को आरोपियों को सामने रखा। जिसके बाद दोनों आरोपी टूट गए और पूरे प्रकरण के विषय में जानकारी दी। जिसके आधार पर टीम ने घाटाले से जुड़े अन्य दस्तावेज और साक्ष्य एकत्र किए। साथ ही बताया कि घाटाले से जुड़ी सभी डील उनका भाई लकी रवि के साथ करता था। इससे पहले एसआईटी ने यहां के कर्मचारी और पूरे खेल का लेखाजोखा रखने वाले रवि को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।