पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राज्य और केंद्रीय कर्मचारियों ने बुधवार को लखनऊ में रथयात्रा निकाली। केंद्र और राज्य कर्मचारियों ने लोकसभा चुनाव से पहले सरकार पर दबाव बनाने के लिए बड़े आंदोलन का फैसला किया है। बुधवार को रथयात्रा केंद्रीय भवन पुरनिया से शुरू हुई। उसके बाद विकास भवन, कृषि विपणन पिकप भवन, 1090 चौराहा होते हुए समाज कल्याण निदेशालय, कृषि भवन, दूरदर्शन, जवाहर इंदिरा भवन, एनईआर, इनकम टैक्स, उद्यान, पीएनजी, PWD, सिंचाई, विकासदीप, कामरेड टीएन बाजपेयी प्रतिमा आलमबाग से होते हुए चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची। प्रदेश के सभी बड़े विभाग के कर्मचारी इस यात्रा में शामिल हुए।
यूपी में केन्द्रीय कर्मचारी संगठन रेलवे के आरके पांडेय, परिषद से हरिकिशोर तिवारी, शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि नई पेंशन योजना धोखा है। अब जो कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं उसमें किसी को चार तो किसी को पांच हजार रुपए का वेतन मिल रहा है। लखनऊ में 21 जून को कर्मचारी संगठन ईको गार्डन पर प्रदर्शन करेंगे
इसमें उनकी तरफ से शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। करीब पूरे प्रदेश से एक लाख से ज्यादा कर्मचारी आंदोलन में शामिल होंगे। कर्मचारी नेता हरिकिशोर तिवारी ने बताया कि नई पेंशन योजना वापस लेने एवं पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले राष्ट्र व्यापी आन्दोलन का निर्णय लिया जा चुका है।
इसी वजह से परिणाम स्वरूप एक राष्ट व्यापी मंच का गठन कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक निर्णायक आन्दोलन की शुरुआत की जा रही है। पोस्टल आर्डर के शत्रुहन यादव ने पुरानी पेंशन के मामले में सरकार का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि कर्मचारी शिक्षक समाज को हर हाल में पुरानी पेंशन बहाली चाहिए।