इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 16वें सीजन का फाइनल रोमांचक रहा। आखिर तक गुजरात-चेन्नई फैंस की सांसे अटकी रहीं। मैच की आखिरी दो गेंद थीं और जीत के लिए चेन्नई को 10 रन चाहिए थे। जडेजा क्रीज पर थे, उधर पवेलियन में बैठे कप्तान एमएस धोनी आंखें बंद कर जीत की प्रार्थना करते दिख रहे थे। तभी 20वें ओवर की आखिरी बॉल फेंकी गई और जडेजा ने चौका जड़ दिया। स्टेडियम में करंट सा दौड़ गया और चेन्नई के फैंस जश्न में डूब गए।
जडेजा के चौके साथ ही चेन्नई ने गुजरात को 5 विकेट से हरा दिया। जडेजा सीधे एमएस धोनी की तरफ दौड़े। धोनी की आंखों में आंसू थे। उन्होंने जड्डू को गोद में उठा लिया। हर कोई जश्न में डूबा हुआ था, जबकि गुजरात के स्टार बॉलर मोहित शर्मा मैदान में निराश बैठे दिखे।
15 ओवर में 171 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी। मोहित शर्मा के सामने CSK के शिवम दुबे और रवींद्र जडेजा थे। शुरुआती 4 गेंदों पर 3 ही रन आए। अब 2 गेंदों पर 10 रन की जरूरत थी।
मोहित ने पांचवीं गेंद स्लोअर यॉर्कर फेंकी, जडेजा क्रीज के अंदर गए और लॉन्ग ऑन की ओर बेहतरीन छक्का मार दिया। आखिरी बॉल मोहित ने लेग स्टंप पर फुल टॉस फेंकी, जडेजा ने फाइन लेग की ओर फ्लिक किया और चौका लगाकर चेन्नई को IPL चैंपियन बना दिया।
फाइनल की आखिरी गेंद पर चौका लगाते ही जडेजा जीत को सेलिब्रेट करते हुए CSK के पवेलियन की ओर दौड़ पड़े। वह साथी खिलाड़ियों को दूर करते हुए धोनी के पास गए। जडेजा को देखते ही धोनी खुशी से झूम उठे और उन्हें गोद में उठा लिया। धोनी इमोशनल हो गए और जडेजा को बहुत देर तक गले लगाए रखा।
मैच की आखिरी बॉल से पहले चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पवेलियन में बैठ कर अपनी आंखें बंद कर ली। वह अपने मन में प्रार्थना करते नजर आए। धोनी के साथ ही CSK के कई फैंस स्टेडियम में बैठकर प्रार्थना करते देखे गए।
जडेजा ने जैसे ही विनिंग शॉट लगाया, सभी फैंस और CSK प्लेयर्स झूम उठे। धोनी तब भी शांत बैठे नजर आए, उन्हें सपोर्ट स्टाफ और बाकी खिलाड़ियों ने गले लगाया। लेकिन जड्डू को देखते ही वह भी इमोशनल हो गए।
फाइनल हारने के बाद गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘भगवान भी जानते हैं कि सबसे ज्यादा इस ट्रॉफी को कौन डिजर्व कर रहा था। इसीलिए धोनी के हाथ में ट्रॉफी है और हमारे पास अगले सीजन की तैयारी करने के लिए नई सीख।’
मैच के बाद हार्दिक और धोनी एक-दूसरे को गले भी लगाते नजर आए। गुजरात अपने डेब्यू सीजन के बाद लगातार 2 सीजन के फाइनल खेलने वाली पहली ही टीम बनी। हालांकि वे लगातार दूसरा टाइटल जीतने वाली टीम नहीं बन सकी।
CSK के मिडिल ऑर्डर बैटर अंबाती रायडू ने मैच से पहले ही कह दिया था कि IPL फाइनल उनके क्रिकेट करियर का आखिरी मैच होगा। वह इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके थे। उन्होंने अपने आखिरी मैच में 8 गेंदों पर 19 रन की अहम पारी खेली और CSK को जीत के करीब पहुंचाया।
मैच जीतने के बाद ग्राउंड का चक्कर लगाते हुए उनकी आंखों से आंसू बह निकले। उन्हें साथी खिलाड़ियों ने गले लगाया। मैच के बाद धोनी ने भी कहा कि रायडू एक शानदार खिलाड़ी हैं, स्पिन और पेस दोनों ही तरह के गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाने की क्षमता उन्हें बेहतरीन बनाती है। ट्रॉफी सेरेमनी के दौरान भी धोनी ने सबसे पहले रायडू को ही ट्रॉफी थमाई।
प्रेजेंटेशन सेरेमनी के आखिर में BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह ने महेंद्र सिंह धोनी को IPL ट्रॉफी थमाई। टीम ने 5वीं बार खिताब जीता। ट्रॉफी आते ही धोनी ने अपना आखिरी मैच खेल रहे रायडू को ट्रॉफी दी। वहां रवींद्र जडेजा भी मौजूद थे। इन तीनों के ट्रॉफी उठाते ही टीम के बाकी खिलाड़ियों ने भी ट्रॉफी उठाई।
आखिर में धोनी की बेटी जीवा और टीम के बाकी खिलाड़ियों के बच्चों ने CSK के प्लेयर्स और कोचिंग स्टाफ के साथ भी ट्रॉफी के साथ सेलिब्रेशन किया।
दीपक चाहर ने पावरप्ले में ऋद्धिमान साहा और शुभमन गिल दोनों के कैच छोड़े। दूसरे ओवर की चौथी बॉल तुषार देशपांडे ने लेग स्टंप पर गुड लेंथ फेंकी। गिल ने फ्लिक किया, बॉल स्क्वेयर लेग पर खड़े चाहर के पास गई। लेकिन चाहर के हाथ से बॉल छूट गई और वे कैच पूरा नहीं कर सके। इस तरह गिल को 3 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला।
चाहर ने फिर पांचवें ओवर में अपनी ही बॉलिंग पर साहा का कैच भी छोड़ दिया। पहली ही बॉल उन्होंने शॉर्ट पिच स्लोअर फेंकी। साहा ने सामने की ओर शॉट खेला, बॉल चाहर के पास आई, लेकिन वे फॉलो थ्रू में कैच नहीं कर सके।
इम्पैक्ट: जीवनदान मिलने के दौरान गिल 3 रन बनाकर बैटिंग कर रहे थे, उन्होंने 39 रन बनाए। कैच छूटने के दौरान साहा 12 रन बनाकर खेल रहे थे, उन्होंने 54 रन बनाए।
पहली पारी में सातवें ओवर की आखिरी बॉल पर धोनी ने शानदार स्टंपिंग की। रवींद्र जडेजा के सामने गुजरात के शुभमन गिल स्ट्राइक पर थे। जडेजा ने गुड लेंथ पर बॉल फेंकी, गिल ड्राइव करने में बॉल मिस कर गए। लेकिन विकेट के पीछे एमएस धोनी ने कोई गलती नहीं की और महज 0.14 सेकेंड में स्टंपिंग कर दी।
इम्पैक्ट: गिल 39 रन बनाकर आउट हुए और गुजरात की ओपनिंग पार्टनरशिप टूटी। गिल फाइनल से पहले 4 मैचों में 3 शतक लगा चुके थे। अगर वे टिके रहते तो स्कोर 230 के पार भी जा सकता था।
दूसरी पारी में CSK के ओपनर्स ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई। दोनों ने 74 रन जोड़े, तभी गुजरात के नूर अहमद ने अपने स्पेल के दूसरे ओवर में ऋतुराज गायकवाड और डेवोन कॉन्वे को पवेलियन भेज दिया। ओपनर्स के विकेट के साथ चेन्नई दबाव में आ गई। नूर ने 3 ओवर के स्पेल में महज 17 ही रन दिए।
इम्पैक्ट: ओपनर्स के विकेट के बाद चेन्नई का स्कोरिंग रेट धीरे हुआ। नूर ने फाइनल में बेहद किफायती बॉलिंग की और अहम विकेट भी लिए।
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने 250वें IPL मैच में जीरो पर आउट हो गए। उन्हें मोहित शर्मा ने दूसरी पारी के 13वें ओवर में कैच आउट कराया। मोहित ने इसकी पिछली ही बॉल पर अंबाती रायडू का भी विकेट लिया। रायडू 8 बॉल में 19 रन की पारी खेल कर आउट हुए। यह रायडू का आखिरी ही IPL मैच था।
इम्पैक्ट: मोहित शर्मा के 13वें ओवर की शुरुआती 3 गेंदों पर ही अंबाती रायडू ने एक चौका और 2 छक्के लगाकर 16 रन बना दिए। लेकिन शर्मा ने उन्हें और धोनी को आउट कर चेन्नई को दबाव में डाल दिया।
9:20 बजे पहली पारी खत्म होने के बाद दूसरी पारी आधे घंटे की देरी से शुरू हुई। बीच में 10 मिनट तक आर्टिस्ट विवियन डिवाइन ने परफॉर्म किया। इस कारण दूसरी पारी 20 मिनट की देरी से 9:55 बजे शुरू हुई। लेकिन दूसरी पारी में 3 गेंद डलने के बाद ही बारिश आ गई।
बारिश 15 मिनट ही हुई, लेकिन ग्राउंड गीला होने के कारण रात 12:10 बजे दूसरी पारी फिर शुरू की गई। पारी के 5 ओवर कम किए गए और CSK को 15 ओवर में 171 रन का टारगेट मिला।
इम्पैक्ट: बारिश के बाद 2 घंटे तक खेल रुका रहा। जिस कारण ओवर कम कर दिए गए और चेन्नई को 171 रन का टारगेट मिला। अगर पूरे 20 ओवर का खेल होता तो नतीजे पर भी फर्क पड़ सकता था।