लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में शुक्रवार को वीएसराम मेमोरियल व्याख्यान हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने भारत की जी-20 में अध्यक्षता और विश्व व्यवस्था पर व्याख्यान दिया।
राज्यपाल आरएन रवि ने भारत में राजनीति विज्ञान के उन्नयन में वीएस राम के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज भारत के प्रति वैश्विक दृष्टि में परिवर्तन आ चुका है। भारत विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, युद्ध, आतंकवाद और वैश्विक निर्धनता के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला। साथ ही भारतीय दृष्टि से वैश्विक समस्या-समाधान की ओर अग्रसर होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिन, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ भारतीय दर्शन एवं भारतीय जीवन दृष्टि का प्राण तत्त्व है
उन्होंने कहा कि भारतीय दृष्टि धरती को भूगोल मानने तक सीमित नहीं है बल्कि इसे मां मानती है। स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविन्द और गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने इसी स्वरुप को अंगीकार कर हमें प्रेरित किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एलयू कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय का राजनीति विज्ञान विभाग एक गौरवशाली परम्परा का वाहक रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के द्वारा जी 20 की अध्यक्षता हम सभी के लिए गर्व का विषय है। लखनऊ विश्वविद्यालय जी-20 पर एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन कर चुका है जिसमें विभिन्न देशों के विद्वानों ने भागीदारी की। विभागाध्यक्षा प्रो. मनुका खन्ना ने प्रो. वी. एस. राम के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि प्रो. वीएस राम ने 1922 में लखनऊ विश्वविद्यालय में देश का राजनीति विज्ञान का प्रथम स्वतंत्र विभाग स्थापित किया था। इस मौके पर संकायाध्यक्ष प्रो. अरविन्द अवस्थी, प्रो. कमल कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।