WTC के लिए तैयार हूं- कोहली

इंटरनेशनल क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली ने 4 साल 29 दिन बाद IPL शतक लगाकर 8 महीने में क्रिकेट के हर फॉर्मेट और टूर्नामेंट में अपना कमबैक पूरा कर लिया। 2019 में 70वें इंटरनेशनल शतक के बाद सितंबर 2022 तक विराट के बैट से कोई सेंचुरी नहीं आई थी।

विराट फिफ्टी का आंकड़ा तो पार कर पा रहे थे, लेकिन शतक का नहीं। फिर कोहली ने 8 सितंबर 2022 को टी-20 एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 122 रन की नॉटआउट पारी खेल दी। बस यहीं से इंटरनेशनल क्रिकेट के सबसे बड़े कमबैक की कहानी शुरू हो गई।
तब से अब तक टी-20, वनडे और टेस्ट में शतक के साथ उन्होंने IPL में भी शतक का सूखा खत्म कर दिया। SRH के खिलाफ शतक में उन्होंने 4 ही छक्के लगाए, इस पर मैच के बाद उन्होंने कहा कि वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपयनशिप पर भी फोकस कर रहे हैं। इसी कारण वे टाइमिंग के साथ चौके मारने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
आगे स्टोरी में हम 8 महीनों में विराट कोहली के कमबैक की स्टोरी जानेंगे। साथ ही समझेंगे कि इस दौरान उन्होंने तीनों फॉर्मेट में कैसा परफॉर्म किया और अब IPL में उनकी परफॉर्मेंस कैसी जा रही है।
विराट के कमबैक से पहले उनके स्ट्रगल के बारे में थोड़ा जानते हैं। 22 नवंबर 2019 को कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में कोहली ने 194 बॉल पर 136 रन बनाए। ये उनके करियर की 70वीं इंटरनेशनल सेंचुरी थी। इस शतक के बाद उन्होंने 18 टेस्ट, 23 वनडे और 31 टी-20 मैच खेल लिए, लेकिन किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं लगा सके।
यहां तक कि IPL के भी 3 सीजन में उनके बैट से सेंचुरी नहीं आई। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने इसे विराट का सबसे खराब दौर बताया। लेकिन इस दौर के 72 इंटरनेशनल मैचों में भी उन्होंने 26 फिफ्टी के सहारे 2708 रन बना दिए थे। लेकिन शतक नहीं होने से इसे कोहली का सबसे बड़ा स्ट्रगल करार दिया गया।
इंटरनेशनल क्रिकेट में स्ट्रगल के बाद 2022 के IPL में भी उनके बैट से रन नहीं निकले। उनकी टीम ने सीजन में प्लेऑफ समेत 16 मैच खेले, लेकिन विराट इनमें 22.73 के औसत और 115.99 के स्ट्राइक रेट से 341 रन ही बना सके। उनके बैट से 2 ही फिफ्टी आई। ये 2010 के बाद से विराट का सबसे खराब IPL भी रहा। 2021 के सीजन में भी वे 405 रन ही बना सके थे।

IPL में औसत प्रदर्शन के बाद कई एक्स्पर्ट्स ने उन्हें टीम इंडिया से बाहर बैठाने की बातें कही। यहां तक कि 27 अगस्त 2022 से शुरू होने वाले टी-20 एशिया कप से पहले उन्होंने तीनों फॉर्मेट के 5 ही मैच खेले। इस दौरान टीम इंडिया ने कुल 25 मैच खेले, लेकिन 20 मैचों में विराट को आराम के नाम पर स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया।
टीम इंडिया से 20 मैच नहीं खेलने के बाद UAE में शुरू होने वाले एशिया कप की टीम में विराट को भी शामिल किया गया। कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में 35 रन बनाने के बाद 2 लगातार फिफ्टी लगा दी। टीम इंडिया एशिया कप फाइनल में नहीं पहुंच सकी, लेकिन टीम का आखिरी मैच अफगानिस्तान के खिलाफ बाकी था।

अफगानिस्तान के खिलाफ रोहित शर्मा ने रेस्ट किया। विराट ने केएल राहुल के साथ ओपनिंग की और 61 गेंदों में 122 रन की नॉटआउट पारी खेल डाली। इस पारी ने 1021 दिनों से चले आ रहे विराट के इंटरनेशनल शतकों के सूखे को खत्म कर दिया। शतक के बाद कोहली भी भावूक हो उठे। उन्होंने एशिया कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा (276) रन बनाए, लेकिन उनकी आंखों के सामने टी-20 वर्ल्ड कप था।
अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुए टी-20 वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की बेस्ट पारियों में से एक खेल डाली। उन्होंने 53 गेंद पर नाबाद 82 रन बनाए और भारत को लगभग हारे हुए मैच में जीत दिला दी। कोहली ने टूर्नामेंट के 6 मैचों में 4 फिफ्टी के सहारे सबसे ज्यादा 296 रन बनाए।

भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हारकर ट्रॉफी जीतने के करीब नहीं पहुंच सका। लेकिन इस टूर्नामेंट ने टीम इंडिया को बड़े मैचों में कोहली की अहमियत समझा दी। अगस्त में शतक से कमबैक करने के बाद विराट भारत के लिए 16 टी-20 मैचों में 700 रन बना चुके हैं। इनमें 7 फिफ्टी और एक सेंचुरी शामिल हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप के बाद न्यूजीलैंड दौरे पर विराट कोहली को आराम दिया गया। बांग्लादेश दौरे पर उन्हें शामिल किया गया। शुरुआती 2 वनडे में 9 और 5 रन बनाने के बाद 10 दिसंबर 2022 को तीसरे वनडे में उन्होंने शतक लगा दिया। विराट ने 91 बॉल पर 113 रन की पारी खेली। ये उनकी वनडे करियर की 44वीं सेंचुरी थी, जो पूरे 1214 दिन बाद आई।

कोहली ने 14 अगस्त 2019 को आखिरी बार वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे शतक लगाया था। वनडे उनका बेस्ट फॉर्मेट है। बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाने के बाद विराट रुके नहीं और श्रीलंका के खिलाफ 2023 की पहली वनडे सीरीज में 2 और शतक लगा दिए। इनमें 110 बॉल पर 166 रन की नॉटआउट पारी भी शामिल रही
टी-20 और वनडे में तो विराट शतकों का सूखा खत्म कर ही चुके थे। लेकिन क्रिकेट के सबसे चैलेंजिंग फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में उनका शतक अब भी नहीं आया था। फरवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज शुरू हुई। शुरुआती 3 टेस्ट में स्पिन फ्रेंडली पिचें होने के कारण एक ही बैटर शतक लगा सका।
4 टेस्ट की सीरीज में भारत 2-1 से आगे था। 9 से 13 मार्च के बीच चौथा टेस्ट अहमदाबाद में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 480 रन बनाए। दूसरी पारी में भारत से शुभमन गिल के शतक के बाद कोहली ने भी सेंचुरी लगा दी। उन्होंने 364 बॉल में 186 रन की मैराथन पारी खेली और अपने टेस्ट शतकों का सूखा भी कर दिया। इस फॉर्मेट में उन्होंने 1205 दिन बाद सेंचुरी लगाई थी। इससे पहले उन्होंने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाया थो, जो उनके करियर का 70वां इंटरनेशनल शतक था।

6 ही महीनों के अंदर इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 5 शतक लगाने के बाद विराट ने IPL का भी शानदार आगाज किया। मुंबई इंडियंस के खिलाफ पहले ही मैच में उन्होंने 82 रन की नॉटआउट पारी खेल कर अपनी टीम को जीत दिलाई। विराट ने गुरुवार को सीजन में अपने 13वें मैच से पहले 6 फिफ्टी के सहारे टूर्नामेंट में 400 रन का आंकड़ा पार कर लिया, लेकिन शतक अब भी नहीं आया था।
गुरुवार को सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए हेनरिक क्लासेन के शतक की मदद से 20 ओवर में 186 रन बनाए। जवाब में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से विराट कोहली ने भी 62 गेंद पर अपनी सेंचुरी पूरी की और टीम को जीत की दहलीज पर ला दिया।
विराट ने 1489 दिन बाद IPL शतक लगाया। उनका आखिरी शतक 19 अप्रैल 2019 को KKR के खिलाफ कोलकाता में आया था। हैदराबाद के खिलाफ पारी के साथ ही उनका क्रिकेट में सबसे बड़ा कमबैक भी पूरा हो गया। क्योंकि विराट प्रमुख रूप से इन्हीं फॉर्मेट और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा एक्टिव हैं और इन्हीं फॉर्मेट में शतक नहीं आने के कारण उन्हें करीब 3 साल तक सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट एक्सपर्ट्स तक की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।SRH के खिलाफ इस सीजन की पहली IPL सेंचुरी के लिए विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। शतकीय पारी में उन्होंने 12 चौके और 4 ही छक्के लगाए। मैच के बाद उन्होंने कहा, ‘IPL के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी खेलना है। उसे भी ध्यान में रखते हुए अपने शॉट सिलेक्शन पर फोकस कर रहा हूं। हवा में कंट्रोल्ड शॉट्स खेलने के साथ ग्राउंडेड शॉट्स और टाइमिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहा हूं, ताकि टेस्ट में दिक्कतें न आए।’

28 मई को IPL फाइनल के 9 दिन बाद टीम इंडिया इंग्लैंड के द ओवल मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी। कोहली भारतीय टीम के अहम खिलाड़ी हैं, लेकिन उनकी IPL टीम RCB भी प्लेऑफ की रेस में बनी हुई है। ऐसे में विराट IPL के साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट पर भी फोकस बनाए हुए हैं।