मनोज बाजपेयी का आज 54वां बर्थडे है। बिहार के छोटे से गांव में मनोज जब पैदा हुए, तभी एक ज्योतिष ने बता दिया था कि वो एक्टर बनेंगे। ये बात सच भी हुई, 9 साल की उम्र से ही वो एक्टर बनने के सपने देखने लगे। आउड साइडर होने की वजह से जब उन्होंने अपना पहला शाॅट दिया था, तब डायरेक्टर ने उन्हें गेट आउट कहकर बाहर निकाल दिया था।
NSD में उन्होंने 4 बार अप्लाय किया लेकिन हर बार रिजेक्ट हो गए। रिजेक्शन से वो पूरी तरह से टूट गए। हालात इतने खराब हो गए थे कि उन्हें सुसाइड के ख्याल आने लगे थे। हालांकि वो इस बुरे दौर से परिवार और दोस्तों की मदद से निकल गए थे।
मनोज का जन्म 23 अप्रैल को 1969 को बिहार के छोटे से गांव में हुआ था। परिवार वालों ने उनका नाम एक्टर मनोज कुमार के नाम पर रखा था। जन्म के बाद जब उनकी कुंडली ज्योतिष को दिखाई गई तो उन्होंने देखते ही बता दिया था कि वो आगे चलकर एक एक्टर या नेता बनेंगे। जिस भी फील्ड में जाएंगे, उसमें सफलता ही हाथ लगेगी।
उनके पिता किसान थे और मां गृहणी। छुट्टियों के दिनों में मनोज भी पिता के साथ खेती करते थे। बचपन से ही वो एक्टर बनना चाहते थे। उधर पिता की कमाई भी ज्यादा नहीं थी, इस वजह वो अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहे थे। हालांकि जैसे-तैसे उन्होंने मनोज को पढ़ाया।
मनोज ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए 17 साल की उम्र में दिल्ली चले गए। वहां उन्हें NSD के बारे में पता चला। उन्होंने उसके लिए वहां 3 बार अप्लाय किया और हर बार रिजेक्ट हुए। इस रिजेक्शन से पूरी तरह से टूट गए थे, जिस वजह से उन्हें सुसाइड के ख्याल आने लगे थे। दोस्त इस वजह से उन्हें अकेला नहीं छोड़ते थे। बाद में दोस्तों और करीबियों के समझाने पर मनोज ने बैरी ड्रामा स्कूल से बैरी जॉन के साथ थिएटर कर एक्टिंग सीखी।
थिएटर करने के बाद मनोज को काम की तलाश में बहुत भटकना पड़ा। एक बार वो अपनी फोटो लेकर काम के लिए एक जगह गए थे, जहां पर उनकी फोटो एक असिस्टेंट डायरेक्टर ने फाड़ दी थी। जब उन्होंने ऑडिशन के दौरान अपना पहला शाॅट दिया था, लेकिन इस पहले ही शाॅट पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। संघर्ष का ऐसा दौर था कि वड़ा पाव खाने तक के भी पैसे नहीं होते थे।
इसके बाद मनोज ने काम की तलाश में 4 साल गुजारे, उसके बाद उन्हें महेश भट्ट के टीवी शो स्वाभिमान में एक छोटा सा रोल मिला। इस शो के लिए उन्हें हर एपिसोड के लिए 1500 रुपए मिलते थे। वहीं उन्हें बड़ी फिल्म सत्या से पहचान मिली थी। इसमें उन्होंने भीकू म्हात्रे का रोल मिला था। साथ ही फिल्म के उन्हें नेशनल अवाॅर्ड मिला था। इसके बाद फिल्मों का सिलसिला जारी रहा।
फिल्मों में आने से पहले ही मनोज बाजपेयी की शादी हो चुकी थी। उनकी शादी दिल्ली की एक लड़की से हुई थी। वो काम की तलाश में मुंबई में रहते थे, जिस वजह से दोनों समय नहीं बिता पाते थे। दूरी और दूसरी वजहों से उनका तलाक हो गया था।
फिर फिल्मों में आने के बाद उनकी मुलाकात एक पार्टी के दौरान एक्ट्रेस नेहा से हुई जिनका नाम असली नाम शबाना रजा था। पहली ही नजर में शबाना की सादगी उन्हें बहुत पसंद आ गई थी। उस पार्टी में शबाना बिना मेकअप, बालों में तेल और आंखों में चश्मा लगाकर आई थीं। उन्हें देखने पर मनोज ये सोचने लगे थे कि किसी हीरोइन में इतना साहस नहीं होता है कि इस गेटअप पर किसी पार्टी में आ जाए। इसके बाद दोनों की मुलाकात का सिलसिला जारी रहा। 8 साल डेट करने के बाद दोनों ने 2006 में शादी की। दोनों की एक बेटी भी है।
मुस्लिम लड़की से शादी कर पर मनोज ने बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनका परिवार इस रिश्ते के खिलाफ नहीं था। शादी के बाद भी उनका परिवार शबाना के धर्म को लेकर कोई बात नहीं करते।
वहीं शादी के बाद मनोज और शबाना में धर्म को लेकर काफी विवाद नहीं हुआ है। दोनों एक दूसरे के रिश्ते का सम्मान करते हैं। इसी इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि पूछे जाने पर उनकी बेटी ने बौद्ध धर्म को फॉलो करने की बात कही थी। उस समय पर वो बौद्ध भिक्षुओं से काफी प्रभावित थी।
शादी के बात मनोज के लाइफ में एक ऐसा पड़ाव भी आया था कि वो मुंबई छोड़कर दिल्ली शिफ्ट होना चाहते थे। वजह ये थी कि उन्हें उस तरह का रोल नहीं मिल रहा था, जिसकी उन्हें चाहत थी। दरअसल, फिल्म 1971 में मनोज ने काम किया था। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही, जिसके बाद उनके पास फिल्मों के ऑफर कम आने लगे। जो आते थे, वो उनके हिसाब से सही नहीं होते थे।
उनके इस दौर में शबाना ने उन्हें ये दिल्ली जाने से रोक लिया था। वो उन्हें दिलासा देती थीं कि आने वाले समय में उन्हें बेहतर फिल्म जरूर मिलेगी। उनकी ये बात सच हुई और फिल्म राजनीति में मनोज को काम करने का मौका मिला।
मनोज ने शमिता शेट्टी के साथ कई फिल्मों में काम किया था। दोनों की बॉन्डिंग देख फैन ये कयास लगाने लगे थे कि दोनों का अफेयर है। ये अफवाह काफी दिनों तक चर्चा में रही। हालांकि शादीशुदा
मनोज बाजपेयी ने लगभग 62 फिल्मों में काम किया है। वहीं वो 118 करोड़ के मालिक भी हैं। इसके अलावा मनोज के पास 1 करोड़ की लैंड क्रूजर प्राडो , 60 लाख की BMW 5 सीरीज, 88.18 लाख की मर्सिडीज GLE कूप, एक करोड़ की BMW SUV और 12 लाख रुपए की मारुति ब्रेजा जैसी गाड़ियों का भी कलेक्शन है।
वो अपनी पत्नी और बेटी के साथ मुंबई के अंधेरी में ओबेरॉय स्प्रिंग के अपार्टमेंट में रहते हैं। फिल्मी करियर में मनोज को तीन फिल्म अवाॅर्ड, 4 फिल्मफेयर अवाॅर्ड मिले हैं। 2019 में उन्हें पद्मश्री अवाॅर्ड से सम्मानित किया गया था।