महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे शनिवार शाम लखनऊ पहुंचे। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। यहां से वह VVIP गेस्ट हाउस के लिए निकले। आज रात वह VVIP गेस्ट हाउस में ही रहेंगे। यहां से रविवार सुबह अयोध्या के लिए निकलेंगे। सीएम बनने के बाद पहली बार वह रामलला के दर्शन करेंगे। इस दौरान शिंदे राम मंदिर के दरवाजों के लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले की सागौन की लकड़ी भी भेंट करेंगे। इसी लकड़ी से राम मंदिर के दरवाजे बनाए जाएंगे।
अयोध्या में उनके स्वागत के लिए 35 क्विंटल फूलों से रास्ता और स्वागत की तैयारी है। करीब 100 संत-महंत एकनाथ शिंदे को आशीर्वाद देंगे। शिंदे के साथ उनके कई मंत्री और विधायक भी पहुंचे। वह रामलला का दर्शन कर मंदिर निर्माण देखेंगे। दोपहर में रामलला की आरती और शाम में सरयू दर्शन कर आरती में भी शामिल होंगे। वह करीब 9 घंटे तक अयोध्या में रुकेंगे।
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की 9 अप्रैल की यात्रा को लेकर पूरे अयोध्या में होर्डिंग्स लगाए गए हैं। यह हनुमानगढ़ी के पास लगा होर्डिंग है।
अयोध्या में हर चौराहों के अलावा सरयू पुल पर शिवसेना के बैनर, सीएम शिंदे और बाला साहब ठाकरे के चित्र वाले बैनर लगाए गए हैं। शिवसेना के यूपी प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह की अगुवाई में 50 से ज्यादा पार्टी नेता अयोध्या पहुंचकर कार्यक्रम की तैयारियों को भव्य बनाने में जुटे हैं।
लक्ष्मण किला के महंत मैथिलीरमण शरण ने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदू वादी सरकार और उसके मुखिया एकनाथ शिंदे का बनने से वे सहित पूरे शहर में प्रसन्नता है। संत-महंत उन्हें आशीर्वाद देने के लिए उनका इंतजार कर रहे हैं। श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने कहा कि बाला साहेब के सपनों को अब सही अर्थों में एकनाथ शिंदे पूरा कर रहे हैं। हम सब अयोध्या आने पर उनका स्वागत करेंगे।
सीएम शिंदे ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से एक साल पहले 25 नवंबर, 2018 को तत्कालीन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना नेता के रूप में मंदिर शहर का दौरा किया था।
7 मार्च, 2020 को एकनाथ शिंदे ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ मंत्री के रूप में अयोध्या का दौरा किया था। तीसरी बार मंत्री के रूप में शिंदे ने 15 जून, 2022 को आदित्य ठाकरे की अयोध्या यात्रा के दौरान मंदिरों के इस शहर का दौरा किया था। इस प्रकार मुख्यमंत्री के रूप में पहला और एक नेता के रूप में उनका चौथा अयोध्या दौरा है।