लखनऊ में पुराने SSP ऑफिस के पास मंगलवार को गाड़ियों का टैंक फट गया। इससे भीषण आग लग गई। इसकी चपेट में आकर कबाड़, गत्ते के छह गोदाम, दो गैराज और एक झोपड़ी जल गई। बांस मंडी के पास छह गाड़ियां गैराज पर खड़ी थीं। तभी अचानक से उनका टैंक फट गया। जोर से आवाज हुई जो आसपास के लोग डर गए। दमकल की आठ गाड़ियों ने करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। अभी तक आग लगने के कारण पता नहीं चल सका है।
पुलिस के मुताबिक बांस मंडी में मंगलवार रात राजू की झोपड़ी के पास एकाएक धुआं और आग की लपटें निकलने लगीं। लोगों का शोर सुनकर आसपास के लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। आग के विकराल रूप लेने पर लोगों ने दमकल का सूचना दी।
देखते ही देखते आग राजू की झोपड़ी के बाद बाबा का रद्दी गोदाम, कासिम का कबाड़ और नौशाद के बांस की दुकान, फहीम व मुन्ना के कार गैराज और अरमान, इरशाद व कासिम के गत्ते के गोदाम तक पहुंच गई। गैराज के पास खड़ी इरशाद की बाइक का टैंक फटने से तेज धमाका हुआ।
इसके बाद गैराज में खड़ी तीन से चार कार समेत आधा दर्जन गाड़ियों के टैंक फट गए। पेट्रोल फैलने से आग बेकाबू हो गई। लोग घरों से निकलकर बाहर सड़क पर आ गए। चौक हजरतगंज और इंदिरानगर फायर स्टेशन से आठ गाड़ियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया।
सुरक्षा के दृष्टिगत दमकल दो गाड़ियां रोका गया है। क्योंकि यदि आग दोबारा भड़के दो उसको समय रहते बुझाया जा सके। दूसरी तरफ घटना स्थल के पास ही केके हास्पिटल होने के चलते भी एहतियातन कदम उठाया गया है। जिससे मरीजों को कोई दिक्कत न हो।