राहुल गांधी ने संसद की सदस्यता जाने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा,’ मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। चाहे मुझे डिस्क्वालिफाई करें, मारें-पीटें या जेल में डालें। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इस देश ने मुझे सबकुछ दिया है। मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और इसके लिए लड़ता रहूंगा।’
वहीं, महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने राज्य विधानसभा सत्र के दौरान राहुल के बयान पर पलटवार किया। शिंदे ने कहा,’ वीर सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श हैं। राहुल गांधी ने उन्हें बदनाम किया है। इस हरकत के लिए उनकी जितनी भी निंदा की जाए, वो कम होगी। वे सावरकर के बारे में क्या सोचते हैं? उन्हें अपनी इस हरकत के लिए सजा मिलनी चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल से सवाल किया गया कि भाजपा ने आप पर OBC समुदाय के अपमान का आरोप लगाया है। इस पर आप क्या कहेंगे? जवाब में राहुल ने कहा, ‘ये OBC का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदीजी और अडाणीजी के रिश्ते का मामला है। 20 हजार करोड़ रुपए, जो अडाणीजी को पता नहीं कहां से मिले। उसके बारे में मैं सवाल पूछ रहा हूं। उसका जवाब चाहिए।
राहुल ने आगे कहा, ‘भाजपा ध्यान भटकाने की कोशिश करती है। कभी OBC की बात करेगी, कभी विदेश में दिए बयान की बात करेगी। ये लोग मेरी सदस्यता रद्द करके मुझे रोक नहीं सकते। चाहे मुझे सदस्यता मिले, ना मिले, मैं अपना काम करूंगा। अगर ये मुझे स्थायी रूप से डिसक्वालिफाई कर दें, तो भी मैं अपना काम करूंगा। मैं संसद के अंदर रहूं या बाहर, कोई फर्क नहीं पड़ता।