यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया है। केशव मौर्य ने कहा, ”अखिलेश यादव का वश चले तो वो मेरी हत्या करा दें। वह मुझे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। मीडिया में आने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।”
डिप्टी सीएम मौर्य के इस बयान पर अखिलेश यादव ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ”सपा सबसे प्यार करती है। हम तो सारस और पक्षी तक से प्रेम करने वाले लोग हैं। हमें तो केशव प्रसाद मौर्य से भी बहुत स्नेह है। उन्हें (केशव प्रसाद मौर्य) हमसे कोई भी खतरा नहीं है।”
अखिलेश ने कहा, ”मौर्य को केवल खतरा कुर्सी का है, जो कभी भी जा सकती है। सपा का गठबंधन बीजेपी को हराने जा रहा है। सपा का गठबंधन दलितों-वंचितों-किसानों-नौजवानों से है। बीजेपी सांड सफारी बनाए।”
इससे पहले, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था, “अखिलेश यादव और उनके मंडली के लोग मेरी प्रगति नहीं देख सकते। वे मेरे खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं। वे मेरे खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। जबकि मैंने उन्हें हमेशा सम्मान दिया है। मैंने कभी किसी पार्टी के किसी नेता के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। यूपी की जनता ने सपा को हमेशा करारा जवाब दिया है।”
केशव मौर्य ने आगे कहा, ”अखिलेश यादव और उनकी मंडली ने अपशब्दों का प्रयोग किए जाने का फैशन बना लिया है। इसका जवाब जब-जब चुनाव होंगे, जनता वोट की चोट से साइकिल पंचर करके देगी।”
वहीं, अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भाजपा जमकर पर निशाना साधा था। उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि जब सरकार सारस को छीन रही है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो, जो मोर को दाना खिला रहे हैं। उस मोर को भी छीना जाए। उन्होंने सवाल किया कि क्या अधिकारियों में यह हिम्मत है कि मोर को छीन सकते हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दिनों इटावा में सारस सेंटर बनने की परियोजना तैयार की गई थी। सरकार ने उसे खत्म कर दिया। भाजपा के लोग मानव ही नहीं जीव जंतु और पेड़ के भी दुश्मन हैं। जी-20 के दौरान तमाम पेड़ काट दिए गए।
भाजपा के लोगों ने जी-20 के गमले चुरा लिए। एक हजार एकड़ में एक लाख 36 हजार पेड़ लगते हैं। भाजपा सरकार बताए, इन्होंने 150 करोड़ पेड़ कहां लगाए? अखिलेश ने ये भी कहा कि मुझे आशंका है कि ये सरकार मुझे जेल भी भेज सकती है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को मुरादाबाद पहुंचे। उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए सपा पर निशाना साधा। कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव जहर उगलते हैं। वो सिर्फ सैफई के अपने परिवार को पिछड़ा वर्ग मानते हैं, बाकी किसी को पिछड़ा नहीं मानते। उनका बस चले तो मुझे ऐसे सभी स्थानों से हटा दें।
इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने बयान दिया था कि, “अखिलेश यादव का वश चले तो वो मेरी हत्या करा दें। वह मुझे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।” मुरादाबाद में अपने इस बयान पर सफाई देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि उनके कहने का मतलब ये था कि यदि अखिलेश यादव का बस चले तो वो ऐसे सभी स्थानों से मुझे हटा दें।
अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य के बीच बयानबाजी किसी से छिपी नहीं है। दोनों के बीच एक दूसरे पर तीखे हमले लगातार होते रहते हैं। बीते साल विधानसभा में भी दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिली थी। तब उसकी खासी चर्चा भी हुई थी। बुधवार को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी केशव प्रसाद मौर्य के बारे में कहा था कि वो एक छोटा विभाग भी नहीं संभाल पा रहे हैं।
25 मई, 2022 को विधानसभा में केशव और अखिलेश भिड़ गए थे। तब केशव ने कहा था कि सड़क किसने बनाई है, एक्सप्रेस वे किसने बनाया है, मेट्रो किसने बनाई है। ऐसा लगता है कि आपने सैफई की जमीन बेचकर यह सब बना दिया है। इस पर अखिलेश ने कहा था, ”तुम पिता जी से पैसा लाते हो यह बनाने के लिए। राशन बांटा है, तो पिताजी से पैसा लाए हो।”
इसके अलावा अखिलेश ने केशव पर तंज कसते हुए यह भी कहा था कि जनता ने इन्हें हराकर इनकी गर्मी निकाल दी। केशव ने भी इसका जवाब देते हुए कहा था कि आप भी 400 सीट का दावा कर रहे थे। आप खुद 100 सीट ही जीत पाए हैं। नौबत ये आ गई कि अखिलेश यादव मर्यादा भूल गए थे और गुस्से में केशव को ‘तुम’ कहकर संबोधित कर दिया था।
3 जून, 2022 को सीएम योगी ने अपने मंत्रियों के साथ फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ देखी थी। इसे लेकर भी केशव और अखिलेश में ट्विटर वॉर हुआ था। अखिलेश ने ट्वीट किया था, ”ऐतिहासिक फिल्म देखने के बाद कैबिनेट से आग्रह है कि यूपी की वर्तमान हालत भी देखें। इतिहास के आटे से वर्तमान की रोटी नहीं बन सकती है।”
इस पर केशव ने कहा था, ”अखिलेश यादव जी, फिल्म सम्राट पृथ्वीराज पर आपका कॉमेंट मानसिक दिवालियेपन का परिचायक है। आपको स्पष्ट करना चाहिए कि आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी के बारे में क्या कहना चाहते हैं।”
अखिलेश ने नोएडा के ट्विन टावर ढहाने पर कहा था, “ट्विन टावर की, ट्विन डिप्टी सीएम की, ट्विन ट्वीट एक जैसा है। ये जो डिप्टी सीएम हैं। यह दूसरे विभाग की एक फाइल नहीं देख पाए होंगे। ये जो बोल रहे हैं, वह उनसे भाजपा के बड़े-बड़े नेता जान-बूझकर बुलवाते हैं। इसलिए कि वो पिछड़े हैं और पिछड़ों में झगड़ा बना रहे। केशव मौर्य जो बोलते हैं, वो दिल्ली से लिखकर आता है।”
इससे पहले केशव ने कहा था, ”नोएडा का सुपरटेक ट्विन टॉवर सपा के शासनकाल के भ्रष्टाचार और अराजकता की नीति का जीवंत प्रमाण है। सपा ने भ्रष्टाचार को पूरी तरह से संरक्षण दिया है। अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए। तत्कालीन सरकार और उस दौरान तैनात अधिकारियों की जिम्मेदारी है।”