उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय लल्लू ने 69000 शिक्षक भर्ती के आरक्षण पर सरकार के द्वारा ढिलमुल रवैया अपनाते हुए कोर्ट में पैरवी न किए जाने का आरोप लगाया है। अजय लल्लू ने कहा कि एक तरफ सरकार आरक्षण लागू किए जाने में भेदभाव कर रही है। दूसरी तरफ कोर्ट में भी अभ्यर्थियों के साथ छल कपट के साथ खेल कर रही है।
राहुल गांधी के घर पुलिस की पूछताछ के सवाल पर अजय लल्लू ने कहा कि एक अकेला सब पर भारी है इसलिए अब भाजपा सरकार किसी भी हद तक जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा के 45 दिन बीत जाने के बाद पुलिस को याद आया कि उन्होंने बयान दिया था।
एक साल की सजा मिलने के सवाल पर अजय लल्लू ने कहा कि कोर्ट का सम्मान है। मैं इस आदेश के खिलाफ ऊंची अदालत में जाऊंगा और वहां पर मामले को लेकर अपील करूंगा। अगर बिजली घोटाले और जनता के मुद्दे को लेकर मेरे खिलाफ मुकदमा किया गया है तो वह सजा स्वीकार करता हूं। लेकिन पूरा मामला डीएचएफएल घोटाले को लेकर है।
डीएचएफएल घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट हुई। अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई और जो एसआईटी टीम थी, उसने भी माना कि डीएचएफएल में घोटाला हुआ था। इस मामले को लेकर तत्कालीन ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से और सीएम योगी आदित्यनाथ से हमारे द्वारा सात सवाल पूछे गए थे।
सवाल पूछने पर मानहानि का केस किया गया। जिस केस में मुझे एक साल की सजा और 10,000 का जुर्माना लगाया गया है। मैं कोर्ट के आदेश को सम्मान करता हूं और उचित न्यायालय में जाकर इस पूरे मामले पर अपील भी करूंगा।