सुबह 5:30 बजे से शुरू होता है ऋषभ पंत का फिजियो सेशन, वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे

कार एक्सीडेंट में घायल टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। 25 साल के पंत सुबह 5:30 बजे उठ जाते हैं और हर रोज तीन-तीन फिजियो सेशन लेते हैं, ताकि जल्द से जल्द फिट होकर मैदान पर वापसी कर सके।

30 दिसंबर 2022 को सुबह 5:30 बजे दिल्ली से देहरादून जाते हुए कार हादसे में बुरी तरह घायल हुए
डेली रूटीन के सवाल पर पंत कहते हैं- ‘मैं अपने रूटीन को शेड्यूल के हिसाब से फॉलो करने की कोशिश करता हूं। मैं हर रोज सुबह उठता हूं और फिर मैं अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ दिन का पहला फिजियोथेरेपी सेशन लेता हूं। फिर दूसरे सत्र के लिए खुद को तरोताजा करने के लिए थोड़ा आराम और समय लेता हूं।

मैं अपना दूसरा सत्र जल्द ही शुरू करता हूं। मैं कितना दर्द सह सकता हूं, इसके अनुसार ट्रेनिंग लेता हूं। फिर मैं शाम को फिजियोथेरेपी का तीसरा सत्र लेता हूं। मैं धूप में भी बैठने की कोशिश करता हूं।
अपने शेड्यूल पर पंत कहते हैं कि यह प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी, जब तक मैं फिर से ठीक से चलने लायक नहीं हो जाता।
मैं अब काफी बेहतर हूं और ठीक होने के साथ कुछ अच्छी प्रगति कर रहा हूं। उम्मीद है कि ईश्वर की कृपा और मेडिकल टीम के सहयोग से मैं जल्द ही पूरी तरह फिट हो जाऊंगा।
मेरे लिए यह कहना मुश्किल है कि मेरे आसपास सब कुछ सकारात्मक या नकारात्मक हो गया है, हालांकि मुझे इस पर एक नया नजरिया मिला है कि मैं अब अपने जीवन को कैसे देखता हूं।
आज मैं जिस चीज को महत्व देता हूं वह है अपने जीवन का पूरी तरह से आनंद लेना। इसमें वे छोटी-छोटी चीजें शामिल हैं, जिन्हें हम अपनी दिनचर्या में नजरअंदाज कर देते हैं। आज हर कोई कुछ खास हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, लेकिन हम उन छोटी-छोटी चीजों का आनंद लेना भूल गए हैं जो हमें हर दिन खुशी देती हैं।
खास तौर से मेरी दुर्घटना के बाद, मुझे हर दिन अपने दांतों को ब्रश करने के साथ-साथ धूप में बैठने में भी खुशी मिलती है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करते समय, ऐसा लगता है जैसे हमने जीवन में रोजाना की चीजों को महत्व नहीं दिया। मेरा सबसे बड़ा अहसास और संदेश यह होगा कि हर दिन अच्छा महसूस करना भी एक आशीर्वाद है। यही वह मानसिकता है, जिसे मैंने अपनी दुर्घटना के बाद से अपनाया है। यह मेरे लिए एक सीख है।मुझे लगता है कि यह बताना मुश्किल है कि मैं क्रिकेट को कितना मिस करता हूं, क्योंकि मेरा जीवन सचमुच क्रिकेट के लिए है, लेकिन मैं अब अपने पैरों पर वापस आने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं और मैं वह करने के लिए इंतजार नहीं कर सकता, जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद है-क्रिकेट खेलना।मैं खुश और बेहद आभारी हूं कि मेरे आसपास इतने सारे शुभचिंतक हैं। ऐसे लोग हैं जो हमेशा मेरा भला चाहते हैं, हालांकि मेरे फैन्स के लिए मेरा मैसेज यही होगा कि भारतीय टीम और दिल्ली कैपिटल्स को सपोर्ट करते रहें। अपना प्यार भेजते रहें। मैं जल्द ही फिर से सबको खुश करने के लिए वापस आऊंगा।