“रामचरितमानस के खिलाफ कोई नहीं है। लेकिन जो कुछ आपत्तियां हैं, वह आज की नहीं हैं। वह 5 हजार साल पुरानी आपत्तियां हैं। इस बात को सरकार भी जानती है और पूरा समाज जानता है। जो गलत है, वह गलत है। अगर कोई सोने की तख्ती पर भी शूद्र के बारे में लिखकर दे देगा, तब भी मैं नहीं मानूंगा।”
उन्होंने कहा, “सरकार ने जबसे कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की है, तबसे भाजपा नेताओं के संरक्षण और इशारे पर लूटपाट, हत्या, वसूली की घटनाएं बढ़ गई हैं। बेटियों और महिलाओं का जीवन और सम्मान सुरक्षित नहीं रह गया है। जब भाजपा मंत्री सदन में अपराधों में कमी होने का दावा पेश कर रहे थे, तो उसी वक्त उन्नाव में 9वीं की छात्रा के साथ गैंगरेप और हत्या जैसी दुखद घटना घटी।”
अखिलेश यादव ने कहा, “हालात यह हैं कि कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में पुलिस द्वारा लगातार आपराधिक कृत्य किए जा रहे हैं। पुलिस वालों ने कानपुर नगर क्षेत्र में बीच सड़क एक व्यापारी को किडनैप किया।
उसे एनकाउंटर की धमकी दी। उसके कई लाख रुपए लूट लिए। पुलिस इंटेलिजेंस पूरी तरह विफल है। जंगल राज है। भाजपा की डबल इंजन सरकार पूरी तरह विफल है। सच तो यह है कि भाजपा सरकार ने पुलिस रिस्पॉन्स सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है।”
उन्होंने कहा, “यूपी डायल-100 को बर्बाद कर दिया है। यूपी अपराध में नंबर एक हो गया है। NCRB का आंकड़ा केंद्र सरकार जारी करती है। आंकड़े में यूपी में महिला अपराध, अन्याय, अत्याचार में अन्य राज्यों से आगे है। भाजपा के सत्ता में रहते जनता को सुरक्षा का ऐहसास नहीं हो सकता है। इस अन्यायी भाजपा सरकार से जनता त्रस्त आ चुकी है।”