उत्तर प्रदेश विधान मंडल की कार्यवाही शनिवार को भी जारी रहेगी। बीते शुक्रवार रात 12:17 तक कार्यवाही चली। इस दौरान करीब 100 के आसपास सदस्यों ने राज्यपाल के अभिभाषण और अपने क्षेत्र के संबंधित मामलों को उठाया। देर रात तक करीब 125 से अधिक सदस्यों ने चर्चा में भाग लेते हुए। फिलहाल शनिवार को भी जारी रहने वाली विधानसभा की कार्यवाही में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी दल के हंगामा करने के पूरे आसार हैं। कानपुर देहात में मां बेटी की जलकर मौत के बाद प्रयागराज में राजू पाल के मुख्य गवाह के हत्या का मामला सदन में उठ सकता है। वहीं नेता विरोधी दल अखिलेश यादव के सवालों का जवाब नेता सदन सीएम योगी आदित्यनाथ आज सदन में 11 बजे बोलेंगे।
साल 2019 से बजट के अभाव में वित्तविहीन विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश पाने वाले गरीब बच्चों को शुल्क की भरपाई नहीं हो सकी है। यह जानकारी बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने विधान परिषद में डॉ आकाश अग्रवाल के सवाल के जवाब में संदीप सिंह ने बताया कि आरटीई के तहत वित्तविहीन विद्यालयों को कक्षा 1 में 25% बच्चों को निशुल्क प्रवेश देना होता है। इन बच्चों के 11 महीने की फीस का भुगतान सरकार विद्यालयों में करती है, वित्त वर्ष 2019 से लेकर के 2022- 23 तक विद्यालयों को बजट के अभाव में का भुगतान नहीं किया गया है।
22 फरवरी को यूपी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 लाख 90 हजार करोड़ का बजट पेश किया।
सत्र के चौथे दिन नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने 91 मिनट तक बोलते हुए सरकार पर सवाल उठाते हुए कई मुद्दों पर जवाब मांगा है।
समय से पहले सदन हो सकता है स्थगित
मंत्रणा बैठक में निर्णय लिया गया कि शनिवार को भी सत्र संचालित किया जाएगा। प्रतिदिन का एजेंडा उसी दिन समाप्त करना है इसलिए सदन की कार्यवाही देर शाम तक भी संचालित की जाएगी।
21 फरवरी को अपना दल के पूर्व विधायक स्वर्गीय राहुल प्रकाश कौल के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित कर सदन की कार्यवाही स्थगित की जाएगी।22 फरवरी से ही सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई थी।
बैठक में तय किया गया कि तीन दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। उसके बाद 4 दिन बजट पर चर्चा होगी।
6 मार्च तक सदन आहूत किया जाएगा। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में चर्चा हुई कि विधानसभा के सत्र संचालन का कार्यक्रम 10 मार्च तक जारी किया गया है।
लेकिन 7 और 8 मार्च को होली का अवकाश है, उसके बाद क्षेत्रों में होली मिलन समारोह शुरू हो जाएंगे।
ऐसे में सदस्यों का वापस विधानसभा सत्र में शामिल होना मुश्किल होगा। लिहाजा सदन की कार्यवाही को 6 मार्च तक ही संचालित किया जाएगा। सभी दलों के सदस्यों ने इस पर सहमति दी।
फिलहाल सूत्र यह बताते हैं कि सोमवार या मंगलवार तक इस सदन चलाया जाएगा उसके बाद स्थगित किए जाने की संभावना है।