बॉलीवुड एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह की फिल्म ‘छतरीवाली’ को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अच्छा रिव्यू मिला था। रकुल की मानें तो वे अब आउट एंड आउट लव स्टोरी करना चाहती हैं। फिलहाल वे कमल हासन के साथ इंडियन 2 में नजर आएंगीं।
‘छतरीवाली’ करते वक्त मुझे विश्वास था कि ये फिल्म लोगों से कनेक्ट करेगी। ये टॉपिक शायद मेट्रो सिटी नहीं, लेकिन छोटे शहरों के लोगों से काफी कनेक्ट हो पाया। निश्चित रूप से, खुद पर यकीन बढ़ा, जैसे सोचा था वैसा ही हुआ। हालांकि ऐसा नहीं है कि मैं अब सोशल अवेयरनेस पर बेस्ड फिल्में ही करूंगी, मेरे लिए फिल्म का एंटरटेनिंग होना बहुत जरूरी है। मैं सब कुछ करना चाहूंगीं- कॉमर्शियल, नाच-गाना और सोशल अवेयरनेस बेस्ड भी। स्क्रिप्ट अच्छी होना बहुत ज्यादा मायने रखता है।
मैं एक लव स्टोरी जरूर करना चाहती हूं। मुझे सच में इस शैली का हिस्सा बनना है क्योंकि मुझे लगता है कि रोमांस कभी नहीं मरता। जो बड़े परदे पर रोमांस का आइडिया देखकर बड़े हुए हैं, उसका हिस्सा बनना है। कम से कम एक तो आउट एंड आउट रामांटिक फिल्म करना है।
खाना खराब पकाना भी अपने आप में एक अनोखी स्किल है। एक डिश को कोई कैसे खराब कर सकता है, ये कोई मुझसे सीखे। खाना खा सकती हूं, लेकिन पका नहीं सकती। इसके अलावा मुझे स्पोर्ट्स पसंद है, खास तौर पर गोल्फ खेलना। जब टाइम मिलता है तो सीरीज या फिल्म देखना पसंद करती हूं या फिर ट्रैवल करती हूं।
मैं सबसे ज्यादा खाने के बारे में गूगल करती हूं। जैसे कि किसी डिश में कितनी कैलोरीज है वगैरह। मेरे दिमाग में हमेशा ये कैलकुलेशन चलता रहता है कि मैंने कितनी कैलोरीज कंज्यूम की। तो ज्यादातर मैं खाना और हेल्थ के बारे में पढ़ती हूं।
वो तो आटोमेटिक गूगल अलर्ट पर आ जाता है। ऐसे तो हर हफ्ते कोई न कोई आर्टिकल मेरे बारे में आता है। मुझे ये बताया गया कि पिछले साल नवम्बर में मेरी शादी थी। तो पूछना चाहती हूं कि, कैसी थी मेरी शादी?
हां, इस फिल्म की शूटिंग लगभग खत्म ही चुकी है, सिर्फ कुछ गाने बचे हैं। मैं खुद को बहुत खुशकिस्मत महसूस करती हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। वो एक इंस्टीटयूशन हैं, कमल सर अपने आप में एक पूरी इंडस्ट्री हैं। उन्होंने अपने 60 साल इस इंडस्ट्री को दिए हैं और जिस तरह का उनका एक्सपीरियंस है, जितना उनका आज भी एक्टिंग को लेकर पैशन हैं, वो अमेजिंग हैं।
इतने एक्सपीरिएंस के बाद भी, एक लेजेंड्री सुपरस्टार होने के बाद भी उनका डेडिकेशन कमाल का था। फिल्म में उनका प्रोस्थेटिक मेकअप बहुत ज्यादा था। 4 घंटे पहले सुबह आना, फिर 9 बजे शॉट देना, फिर पैकअप के बाद प्रोस्थेटिक निकालने के लिए 2-3 घंटा देना, वो पैशन के बिना नहीं हो सकता है। इतने सालों बाद भी यदि वो ऐसे पेशनेट हैं तो हमारी जर्नी तो अभी शुरू हुई है। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला।
अर्जुन एक बेहतरीन कलाकार हैं, मैं अभी इस पर ज्यादा बात नहीं कर सकती क्योंकि फिल्म ऑफिशियली अनाउंस नहीं हुई हैं। हालांकि उनके साथ ये मेरी दूसरी फिल्म है। वो बहुत अच्छे इंसान हैं, बहुत मजा आया। मैं इतना कहूंगी कि ये फिल्म शूट करने में जितना मजा आया, उतना ही मजा ऑडियंस को उसे देखने में आएगा।