पूरनपुर- तहसील क्षेत्र के मौरनिया कबीरगंज रामनजर दुबे ने बताया कि वह धनाराघाट के मन्दिर पर रहते थे। वहीं से महेशदास मुझे ग्राम अमरैया कलां रहने के लिए बुला लाए। यहीं पर इनका शिष्य भूपराम रहता है। महेशदास व भूपराम ने मुझसे मन्दिर की चाबी व साइकिल छीन ली। गांव के ही कोटेदार लालाराम, उल्फत सिंह उर्फ लटे व भीमसेन ने मुझे मिलकर मारा। 15 मिनट के लिए बहाना करके मेरी साइकिल भी छीन ली। अब न चाबी देते हैं और न ही साइकिल देने को तैयार हैं। साइकिल मांगने पर सभी धमकाते हैं। लालाराम कोटेदार गंदी गंदी गालियां देकर मारने की धमकी देता है। बिबस रामनजर दुबे ने रो रोकर आपबीती सुनाई।