लखनऊ के पीजीआई इलाक़े में पत्नी से मोबाइल पर बात करते हुए पति ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। छह माह पहले महिला अपने तीन बच्चों को छोड़ कर चली गई थी। इस बात को लेकर पति काफ़ी परेशान था। घरवालों का कहना है कि काफ़ी प्रयास के बाद भी महिला नहीं आई। रात को पत्नी से फ़ोन पर बहस के बाद युवक ने आत्महत्या की। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
तेलीबाग निवासी संजय सिंह के बेटे शेखर की करीब 12 साल पहले विनीता सिंह से शादी हुई थी। शेखर एक निजी संस्थान में काम करते थे। शेखर के तीन बच्चे हैं। आरोप है कि विनीता काफ़ी झगड़ालू मिजाज की है। छह महीने पहले वह बिना बताए घर से चली गई। काफी तलाश किया गया, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद घरवालों ने पीजीआई कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने उसके मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगा दिया। इसके बाद विनीता से संपर्क हुआ। उसने अपनी मर्जी से जाने की बात कहीं। आरोप है कि विनीता के दो जीजा काफ़ी दबंग हैं। विनीता उनके साथ ही रहती है।
पिता ने बताया कि शेखर के कमरे से काफी तेज़ चिल्लाने की आवाज आ रही थी। कुछ देर बाद आवाज आनी बंद हो गईं। घरवालों को शक हुआ तो उन लोगों ने दरवाजे पर दस्तक दी। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो देखा, शेखर छत के पंखे से शाॅल से लटक रहा था। पास में मोबाइल पड़ा था। उन लोगों ने शेखर को नीचे उतारा। फ़ोन पर कॉल चल रही थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
घरवालो का कहना है कि कुछ महीने पहले विनीता के जीजा शेखर को अगवा कर ले गए थे। मारपीट के बाद उसको छोड़ा था। उन लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने पति पत्नी का झगड़ा बता कर मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।