रणधीर कपूर का आज 75 वां बर्थडे है। उन्होंने चाचा भतिजा, हमराही, जवानी दीवानी जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। 6 दशक के करियर में उन्होंने 27 फिल्मों में काम किया। फेमस एक्टर और डायरेक्टर राज कपूर का बेटे होने के बावजूद फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया।
खुद के प्रोडक्शन हाउस आरके में उनके पिता ने काम नहीं करने दिया। सलाह दी कि वो किसी दूसरे के अंडर में रहकर काम सीखे फिर खुद के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले काम किया। पिता की इस सलाह पर रणधीर कपूर ने डायरेक्टर लेख टंडन को असिस्ट करना शुरू किया।
उन्होंने फिल्म कल आज और कल से डायरेक्टोरियल डेब्यू किया और कई हिट फिल्में दी। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही उन्हें बबीता से प्यार हुआ और उनसे ही शादी कर ली। लेकिन कुछ साल बाद ही दोनों अलग हो गया। वजह थी कि रणधीर की फिल्में चल नहीं रही थी, जिस वजह से उन्हें शराब की लत गई थी। इसका बुरा असर उनके रिश्ते पर भी पड़ा और 36 सालों से दोनों अलग ही रह रहे हैं।
रणधीर कपूर के पिता राज कपूर की फिल्मों की शूटिंग के दौरान उनके साथ सेट पर जाया करते थे। एक इंटरव्यू में रणधीर ने खुलासा किया था जब उनके पिता को रोमांटिक सीन शूट करना होता था तो वो उन्हें 5 रुपए देकर कुछ खाने को भेज देते थे। वजह ये थी कि राज कपूर उनके सामने रोमांटिक सीन्स को शूट करने में असहज महसूस करते थे।
ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद रणधीर कपूर ने पिता से कहा कि वो आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं, वो फिल्म इंडस्ट्री में काम करना चाहते हैं। इस पर पिता ने कहा था- अगर तुमको इसी लाइन में काम करना है, तो किसी दूसरे के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करना शुरू करो। आरके स्टूडियो के तुम मालिक हो इसलिए यहां पर काम नहीं कर सकते हो। पिता की बात मान कर उन्होंने डायरेक्टर लेख टंडन को असिस्ट करना शुरू किया।
कुछ समय बाद रणधीर कपूर ने खुद की एक फिल्म बनाने की ठानी। इसके बाद उन्होंने फिल्म कल आज और कल से डायरेक्टोरियल डेब्यू किया। इस फिल्म में राज कपूर को ही उनके पिता के रोल में नजर आना था लेकिन वो काफी असमंजस थे क्योंकि इससे पहले उनकी छवि सिर्फ रोमांटिक हीरो वाली थी। इसके बाद लोगों ने उन्हें समझाया और राज कपूर ने इस फिल्म में काम किया। इस फिल्म के गाने और कहानी को लोगों ने बहुत पसंद किया था। इस फिल्म की हीरोइन बबीता थीं।
बबीता को रणधीर पहले से जानते थे। दोनों की मुलाकात 1969 में फिल्म संगम के सेट पर हुई थी। जब पहली बार बबीता को उन्होंने देखा तो देखते ही रह गए थे। इसके बाद अक्सर दोनों मिला करते थे। कुछ समय बाद जब बबीता को पता चला कि कपूर खानदान की बहुएं फिल्मों में काम नहीं करती हैं तो वो चिंतित हो उठीं। वो शादी के बाद भी फिल्मों में काम करना चाहती थीं।
रणधीर बबीता को परिवार वालों से मिलवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने फैसला किया वो अपनी किसी फिल्म में बबीता को हीरोइन के रोल में कास्ट कर देंगे। फिर इसी बहाने परिवार से बबीता की मुलाकात करवा देंगे। इसके बाद उन्होंने बबीता को फिल्म कल आज और कल में कास्ट किया था। राज कपूर को रणधीर के साथ बबीता के काम करने से कोई दिक्कत नहीं थीं लेकिन उनकी शर्त थी शादी के बाद बबीता को फिल्मों में काम करना बंद करना पड़ेगा। बबीता रणधीर को बहुत चाहती थी इसलिए उन्होंने ये शर्त मान ली।
6 नवंबर 1971 को रणधीर और बबीता की शादी हुई। शादी के बाद दोनों बहुत खुश थे। 4 साल बाद उनकी पहली बेटी करिश्मा कपूर का जन्म हुआ। इसके बाद 20 सितंबर 1980 को दूसरी बेटी करीना का जन्म हुआ।
लेकिन 1981 से दोनों के रिश्ते में दूरियां आने लगी। इसकी वजह से थी कि 80 के दशक से रणधीर के करियर में डाउनफॉल आने लगा था। उनकी एक भी फिल्म चल नहीं रही थी। तंगी का दौर भी शुरू हो गया था। इस कारण वो बहुत शराब पीने लगे थे और एक्टिंग करियर पर बिल्कुल फोकस नहीं करते थे। जिसका असर दोनों के रिश्ते पर भी पड़ने लगा। इसके बाद 1987 में बबीता ने रणधीर कपूर से अलग होने का फैसला किया लेकिन दोनों ने तलाक नहीं लिया।
अपने और बबीता के रिश्ते के बारे में एक इंटरव्यू में रणधीर कपूर ने कहा था- ‘उन्हें (बबीता) को लगा कि मैं बहुत बुरा आदमी हूं, जो बहुत पीता हूं और रात को देर से घर लौटता हूं। यही चीज उन्हें पसंद नहीं थी। मैं उनके हिसाब से अपनी जिंदगी नहीं जीना चाहता था। बेशक हमारी लव मैरिज थी पर वह मुझे वैसे ही स्वीकार नहीं कर सकीं जैसा मैं हूं, लेकिन ठीक है। हमारे दो बच्चे हैं। बबीता ने उनकी ढंग से परवरिश की, पाला-पोसा और आज दोनों ही अपने करियर में सफल हैं।
लगातार फ्लॉप फिल्मों की वजह से रणधीर कपूर तंगी का शिकार हो गए थे। एक वक्त ऐसा आ गया था कि उनके पास अपनी दोनों बेटियों की फीस भरने तक के पैसे नहीं थे। उन्होंने एक बात के बारे में एक इंटरव्यू में कहा- आज किसी भी एक्टर के लिए पैसा कमाना बहुत ही आसान हो गया है। हमारे जमाने में ऐसा बिलकुल नहीं था। मेरे पास अपनी बेटियों के ट्यूशन देने तक के पैसे नहीं थे। हम पैसा कमाने के लिए बहुत मेहनत करते थे, मेरे लिए वो दौर इतना मुश्किल था कि अपनी कमाई से मैं पत्नी बबीता के खर्चे भी नहीं उठा पाता था’।
एक इंटरव्यू में करीना ने भी अपने पेरेंट्स के अलग रहने पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं और करिश्मा बहुत छोटी सी उम्र में ही ये समझ चुके थे कि बिन साथ रहे भी रिश्ते अच्छे तरीके से निभाए जा सकते हैं। हमारे पेरेंट्स भले ही साथ ना रहें लेकिन जब भी उन्हें कहीं साथ मौजूद होना होता है तो वो पहुंच जाते हैं। मेरे पेरेंट्स अच्छा रिलेशनशिप शेयर करते हैं, लेकिन दो लोग जब ये समझ जाते हैं कि कई बार जिंदगी जैसी प्लान करो वैसी नहीं चलती तो अलग रहने में कोई हर्ज नहीं है।’