चीन में कोविड-19 का संक्रमण कम होता जा रहा है। इसके साथ ही एंटीवायरल पिल्स और ओरल वैक्सीन पर फोकस बढ़ाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, चीन की फार्मास्युटिकल कंपनियां अमेरिकी वैक्सीन कंपनी गिलेड के साथ ओरल वैक्सीन बना रही हैं। इस बीच, भारत में संक्रमण काफी तेजी से कम हो रहा है। बुधवार को देश में सिर्फ 128 नए केस सामने आए। प
हले जानिए भारत में कोरोना की स्थिति… भारत में गुरुवार को कोरोना के 128 नए मामले सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 1,783 एक्टिव केस हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक देश में 5.3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 4.49 करोड़ से ज्यादा लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
चीन: अब ओरल वैक्सीन पर फोकस चीन में दिसंबर 2022 में कोरोना का पीक आया था। इसके बाद जनवरी में यहां कोरोना केसेस कम होने लगे। सरकार का कहना है कि लोगों में हर्ड इम्यूनिटी पैदा हो गई है। अस्पतालों में 90% मरीज घटे हैं। आंकड़ों के मुताबिक चीन की 80% आबादी वायरस की चपेट में आ चुकी है।
चीन सरकार ने अपने ड्रग कंट्रोलर की मंजूरी के बाद देश में बनी दो ओरल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा एंटीवायरल पिल को भी मंजूरी दी गई है। ये दोनों ही कामयाबियां अमेरिकी कंपनी गिलाड के सहयोग से मिली है।
इटली की सरकार जल्द ही चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती को कम करेगी। 28 दिसंबर 2022 को लगाए गए प्रतिबंधों में यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया था। साथ ही उन्हें फ्लाइट से 48 घंटे पहले की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाना भी जरूरी था। नए ऑर्डर में एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्टिंग जरूरी के बजाय रैंडम कर दी जाएगी।
साउथ कोरिया के प्रधानमंत्री ने बताया कि चीनी यात्रियों पर लगे वीजा रिस्ट्रिक्शंस को जल्द ही हटाया जा सकता है। वहीं नए नियमों के मुताबिक, अब देश में इंडोर प्लेसेस में मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। ऐसा कोरोना के डेली केसेस में कमी आने की वजह से हुआ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 30 जनवरी को कोविड-19 को पहली बार दुनिया के लिए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। घोषणा के तीन साल पूरे होने पर WHO ने सोंबवार को कहा कि कोरोना अब भी हम सबके लिए हाई अलर्ट है। हेल्थ एजेंसी ने बताया कि इस बीमारी ने दुनियाभर में अब तक लगभग 60 लाख 80 हजार लोगों की जान ली है। कोरोना के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए हमें अब भी सतर्क रहने की जरूरत है।
दुनिया में अब तक 67 करोड़ 53 लाख 21 हजार 472 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 63 हजार 19 मौतें हो चुकी हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और साइंस-टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को दुनिया की पहली इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन iNCOVACC को लॉन्च किया। कोवैक्सिन बनाने वाली हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इसे वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन (WUSM) के साथ मिलकर बनाया है।