सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”देश के संसद में आज प्रस्तुत हुआ आम बजट, नए भारत की समृद्धि का एक नया संकल्प है। अंत्योदय का विजन है। 130 करोड़ भारतवासी के की सेवा का लक्ष्य भी है। वर्तमान केंद्रीय बजट, गांव गरीब, किसान नौजवान, महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग के आशाओं और भारत जैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की समग्र उत्थान की अपेक्षाओं की पूर्ति करने वाला है।”
योगी ने कहा, ”निस्संदेह यह बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। आज़ादी के अमृतकाल में प्रस्तुत विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करते हुए। सर्व समावेशी, और लोककल्याण कारी बजट 23-24 का मैं स्वागत करता हूं। प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री का हृदय से अभिनन्दन करता हूं।”
प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने आजादी के “अमृतकाल” के आम बजट 2023-24 को सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, गरीबों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के हर वर्ग के हितों को पूरा करने वाला बजट बताया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आजादी के “अमृतकाल” में प्रस्तुत नवभारत के संकल्प को समर्पित, लोकहित एवं जनकल्याणकारी बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार एवं अभिनंदन व्यक्त किया। अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि केन्द्रीय बजट 2023-24 में सशक्त-समृद्ध नए भारत के निर्माण का संकल्प स्पष्ट दिखाई देता है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने बजट को सशक्त व समृद्ध भारत की तस्वीर बताते हुए कहा कि इसमें 130 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं और हितों को ध्यान में रखा गया है। भूपेन्द्र सिंह चौधरी जी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया बजट 2023 में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के स्वप्न को पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्तुत केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बजट को सर्वहितकारी एवं सर्वसमावेशी बताया। सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष जोर दिया गया है।
इस बजट के माध्यम से मध्यम वर्ग एवं वेतन भोगी वर्ग को टैक्स में बड़ी राहत दी गई है इससे लोगों की क्रयशक्ति बढ़ेगी और मांग सृजित होगी जिससे उद्योगों को गति मिलेगी और रोजगार सृजन बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने वाला बजट है।
सुरेश खन्ना ने बताया कि उत्तर प्रदेश को केंद्रीय करों में राज्यांश के रूप में वित्तीय वर्ष 2022-23 में 146498.76 करोड रुपए मिलने का अनुमान था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के पुनरीक्षित आंकड़ों के अनुसार अनुमानतः 169745.30 करोड़ रुपए मिलेगा जो मूल अनुमान से 23246.54 करोड़ रुपए अधिक है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में 183237.59 करोड़ रुपए केन्द्र सरकार से मिलने का अनुमान है। जो वर्तमान वित्तीय वर्ष के अनुमान से 37000 करोड़ रूपए अधिक है। स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट में राज्यों को पूंजीगत कार्य में सहायता के लिए 50 वर्षीय ब्याज रहित ऋण दिए जाने की घोषणा की गई थी।
इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए का प्राविधान केंद्रीय बजट में किया गया था। इसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश को 14351 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे जिसके सापेक्ष अब तक 7654.57 करोड रुपए प्राप्त हो चुके हैं।
केंद्रीय बजट में वित्तीय वर्ष 2023-24 में स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट के लिए 1.30 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की गई है, जिसका लाभ उत्तर प्रदेश को भी मिलेगा तथा उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों को और अधिक गति मिलेगी। खन्ना ने कहा कि नये भारत का यह नया बजट है जो सभी वर्गों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है।
उन्होंने कहा कि बजट में उत्तर प्रदेश का विशेष ध्यान रखा गया है, इससे यहां की 30 करोड़ जनता को अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने में मदद मिलेगी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश के 01 ट्रिलीयन डॉलर की इकोनॉमी के संकल्प को पूरा करने में सहायक होगी।