दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में लेफ्ट छात्र संगठन SFI (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने BBC डॉक्यूमेंट्री ‘द मोदी क्वेश्चन’ की स्क्रीनिंग करने का ऐलान किया था। इस डॉक्यूमेंट्री पर केंद्र सरकार पहले ही बैन लगा चुकी है। कैंपस में स्क्रीनिंग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने SFI के 13 स्टूडेंट्स को हिरासत में ले लिया।
इस मामले पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि बिना पूर्व अनुमति के कैंपस में किसी भी फिल्म की अनुमति नहीं दी जाएगी। फिर भी बात नहीं मानी गई तो आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने कहा कि छात्र संगठन SFI कैंपस का माहौल खराब करना चाहती है। जरूरत पड़ी तो इन स्टूडेंट्स के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में SFI ने बुधवार शाम 6 बजे BBC डॉक्यूमेंट्री की स्क्रिनिंग का ऐलान किया था। लेकिन SFI ने छात्रों की रिहाई तक स्क्रिनिंग टाल दी है। वहीं, पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) के स्टूडेंट सेंटर में विवादित डॉक्यूमेंट्री चलाने पर हंगामा हो गया। NSUI ने यह डॉक्यूमेंट्री चलाई। जिसे देखने कई स्टूडेंट्स जुट गए। इतने में यूनिवर्सिटी प्रशासन को इसकी भनक लग गई और प्रोजेक्टर पर चलाई गई डॉक्यूमेंट्री को तुरंत बंद करवा दिया गया। इससे पहले लगभग आधी डॉक्यूमेंट्री चल चुकी थी।
इधर, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- एक डॉक्यूमेंट्री हमारे राष्ट्र की संप्रभुता को कैसे प्रभावित कर सकती है? इस पर बैन लगाना गैरजरूरी है। हम एक शक्तिशाली देश हैं, डॉक्यूमेंट्री को नजरअंदाज भी किया जा सकता है। हमारी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा ऐसी चीज नहीं जिसे किसी डॉक्यूमेंट्री से प्रभावित किया जा सके। वहीं, डॉक्यूमेंट्री बैन करने का समर्थन करने वाले कांग्रेस के नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने बुधवार सुबह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।