टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को अलग रही उनकी पत्नी हसीन जहां को हर महीने गुजारा भत्ता देना होगा। कोलकाता के लोअर कोर्ट ने सोमवार को यह आदेश सुनाया। यह राशि एक लाख 30 हजार रुपए होगी। कोर्ट ने कहा कि 32 साल के इस तेज गेंदबाज को भत्ते के रूप में 50 हजार रुपए हसीन जहां को उनके व्यक्तिगत खर्चे के लिए देने होंगे। जबकि 80 हजार रुपए उनकी बेटी के भरण-पोषण होंगे।
हसीन जहां ने 2018 में 10 लाख रुपए के मासिक गुजारा भत्ता की मांग करते हुए अदालत में एक मुकदमा दायर किया था। इसमें 7 लाख रुपए उनका व्यक्तिगत गुजारा भत्ता और 3 लाख बेटी के भरण पोषण का खर्च था।
शमी और हसीन जहां के बीच तलाक का केस चल रहा है। दोनों ने 2014 में शादी की थी। उसके बाद जहां ने 2018 में शमी पर घरेलू हिंसा और मैच फिक्सिंग सहित कई आरोप लगाए थे। इसके बाद दोनों अलग-अलग-अलग रहने लगे थे।
हसीन की वकील मृगांका मिस्त्री ने अदालत को बताया कि 2020-21 में शमी की सालाना आय 7 करोड़ रुपए थी। उसी के आधार पर गुजारा भत्ता की मांग की गई। इनकी दलील थी कि 10 लाख रुपए गुजारा भत्ता अनुचित नहीं है। अपील में शमी के आयकर रिटर्न का हवाला भी दिया गया। इस पर शमी के वकील सेलिम रहमान ने दावा किया कि हसीन जहां खुद एक पेशेवर फैशन मॉडल हैं। वे खुद कमा रही हैं। इसलिए इतना गुजारा भत्ता ठीक नहीं है।
शमी न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रहे हैं। इस बाइलेटलर सीरीज में टीम इंडिया 2-0 से आगे है। सीरीज का तीसरा मुकाबला मंगलवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाना है। शमी इस मैच का हिस्सा हो सकते हैं।