एक समय पर सलीम-जावेद की जोड़ी फिल्म इंडस्ट्री में काफी ज्यादा पॉपुलर थी। दोनों ने एक साथ कई हिट फिल्मों का लेखन किया है। सलीम-जावेद की जोड़ी ने बतौर राइटर सिनेमा को करीब 22 फिल्में दीं। करीब 11 साल काम करने के बाद दोनों की जोड़ी टूट गई। अब जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में इस बात से पर्दा उठाया है कि उनकी और सलीम खान के रास्ते क्यों अलग हो गए।
जावेद अख्तर का कहना है कि जब तक वो दोनों स्ट्रगल कर रहे थे तब तक दोनों के बीच सब कुछ सही था लेकिन जब उन्होंने सफलता का स्वाद चखा तो धीरे-धीरे उनके बीच दूरियां आ गईं। उनका कहना है कि सक्सेसफुल होने के बाद दोनों का सर्कल बदल गया था जो दोनों के अलगाव की अहम वजह बनी।
जावेद ने कहा, ‘सलीम साहब उन चुनिंदा लोगों में थे जो मुझे काफी प्रोत्साहित करते थे। मैं अगर उनके घर के पास नहीं रहता तो शायद इतना नहीं मिल पाता। मैंने वहीं उनके घर के पास कमरा ले लिया था। मैं अक्सर उनसे मिलने जाता था।
जावेद ने इंटरव्यू में बताया कि क्यों इतने सालों तक काम करने बाद उन दोनों के रास्ते अलग हो गए। उन्होंने कहा, ‘शुरू में जब हम स्ट्रगल कर रहे थे तो बिल्कुल एक जैसे थे। हम दोनों सुबह से शाम तक बैठ के काम करते थे, खाना भी साथ ही खाते थे।
हमारे कोई और दोस्त नहीं थे। 24 में से 15-16 घंटे तो साथ ही होते थे, लेकिन जब कामयाबी आनी शुरू हुई तो जिंदगी में नए-नए लोग आए। धीरे-धीरे हमारा सर्कल अलग होने लगा। आगे चलकर हमारा मेंटल बॉन्ड टूट गया। हमारे बीच का तालमेल खत्म हो गया। इसके बाद हमारा साथ काम करना लगभग मुश्किल हो गया।
सलीम-जावेद की जोड़ी को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे प्रभावशाली लेखकों में गिना जाता है। अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बनाने में इन दोनों की अहम भूमिका है। इनकी लिखी फिल्मों की वजह से अमिताभ काफी पॉपुलर हुए थे।
जंजीर और शोले जैसी फिल्मों का लेखन सलीम जावेद की ही जोड़ी ने किया था। जंजीर के बारे में कहा जाता था कि सलीम-जावेद की सिफारिश के बाद ही प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को इस फिल्म के लिए कास्ट किया था।
1975 में आई शोले भारतीय फिल्म इतिहास की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। इसके अलावा अमिताभ बच्चन की ही डॉन और दीवार भी सलीम-जावेद ने ही लिखी है। सलीम खान, सलमान खान के पिता हैं जबकि जावेद अख्तर के बेटे फरहान अख्तर और बेटी जोया अख्तर बॉलीवुड के टॉप के एक्टर-डायरेक्टर हैं।