लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में शनिवार देर शाम जीएसटी टीम के पहुंचने से व्यापारियों में हड़कंप मच गया। व्यापारियों ने अधिकारी बनकर आए दो युवकों के माल की खरीद-फरोख्त का लेखा-जोखा मांगने के तरीके पर शक हुआ। जिस पर उन्हें पकड़ लिया। उसके बाद व्यापार मंडल के लोगों ने दोनों पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
स्कूटर इण्डिया-बिजनौर रोड पर अभिनव दुबे की प्रेम इलेक्ट्रिकल्स और पड़ोस में जितेंद्र उर्फ गुड्डू भार्गव की मां अन्नपूर्णा ज्वैलर्स है।
इनकी दुकान पर काले रंग की कार से तीन युवक पहुंच कर जीएसटी के पेपर मांगे। व्यापारियों ने बिना कुछ कहे कागज दिखा दिए।
इस पर युवकों ने ऑनलाइन जीएसटी रिटर्न भरने की बात कही। इसके बाद यह तीनों शैलेंद्र लोधी के मां लक्ष्मी जनरल स्टोर पहुंच गए।
व्यापारी से जीएसटी रिटर्न बकाया होने की बात कहते हुए डेढ़ लाख रुपये देने के लिए कहा गया। युवकों के बात करने के तरीके से व्यापारियों को शक हो गया।
व्यापारियों के जीएसटी अधिकारियों से पहचान पत्र मांग लिया। इसे लेकर गाली गलौज होने लगी। विवाद होते देख साथी व्यापारी भी जमा हो गए। भीड़ बढ़ने पर एक युवक व्यापारियों को धक्का देकर भाग निकला। वहीं, दो लोगों को व्यापारियों ने दबोच लिया।
पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया फर्जी जीएसटी आधिकारी में से एक कृष्णानगर हरिओम नगर निवासी रजनीश कुमार सिंह उर्फ गोलू और दूसरा प्रतापगढ़ कुण्डा निवासी आशुतोष मिश्रा है।
इंस्पेक्टर संतोष आर्य के मुताबिक रजनीश एलएलबी का छात्र है। आशुतोष मिश्रा खुद को जीएसटी अधिकारी और रजनीश ड्राइवर बता रहा था।
वहीं, आरोपियों के साथ संजय कुमार उर्फ धर्मेंद्र सिंह भी मौजूद था। उसकी तलाश की जा रही है।
व्यापारी अविनाश की तहरीर पर रजनीश और आशुतोष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।