शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कमिश्नर ने निरीक्षण पर निकलने का निर्देश दिया। गुरुवार को कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में कमिश्नर रोशन जैकब ने बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिना बताए ड्यूटी से गायब शिक्षकों को सस्पेंड करें।
कमिश्नर ने कहा कि शिक्षा अधिकारी निरीक्षण के साथ यह भी ध्यान रखें कि अध्यापक समय पर स्कूल पहुंचे। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
रोशन जैकब ने कहा कि अभिभावकों से सम्पर्क कर बच्चों को यूनिफार्म में स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। कमिश्नर ने स्कूलों में हो रहे नए निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। इस दौरान पता चला कि 51 के मुकाबले 30 कार्य ही पूरे हुए हैं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। स्कूलों की मान्यता के बारे में कमिश्नर ने कहा कि समय सीमा के साथ जवाबदेही भी तय करें। इसके अलावा जहां बिजली नहीं है वहां बिजली विभाग की झटपट योजना के अन्तर्गत कनेक्शन लेने का निर्देश दिया। बैठक में सीडीओ रिया केजरीवाल भी मौजूद थीं।
कमिश्नर ने स्कूलों के कायाकल्प योजना पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्कूलों के शौचालय प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त कराएं। जो शौचालय निर्माणाधीन हैं उनको पूरा करा लें। सभी स्कूलों के हैंडपंप की जांच कराएं। पानी की गुणवत्ता लिए नमूने भेजें। जहां जरूरत है वहां हैंडपंप रीबोर कराएं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में फर्नीचर, प्ले ग्राउंड की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर कराई जानी है। जिन स्कूलों में बाउंडरी, हैंडपंप, शौचालय, और मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी कोई समस्या है तो तत्काल संबंधित विभाग से समन्वय करें।