मेयर संयुक्ता भाटिया और निदेशक निकाय नेहा शर्मा ने शुक्रवार रात में आलमबाग, चारबाग, हुसैनगंज, हनुमान सेतु, आईटी, डालीगंज, चौक, ठाकुरगंज, राजाजीपुरम, हज़रतगंज में रैन बसेरों का निरीक्षण किया। झारखंड से इलाज कराने आए इरशाद ने बताया कि वह रैन बसेरा की सुविधाओं से संतुष्ट हैं।
उत्तराखंड के राघवेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के माता-पिता का देहांत हो गया था। वह राजधानी की एक निजी संस्था में नौकरी कर रहे थे। नौकरी चले जाने के कारण बेरोजगार हो गए। इसलिए रैन बसेरे में रह रहे हैं। निरीक्षण के दौरान निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा के साथ अपर नगर आयुक्त डॉ अरविंद राव, जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव समेत अन्य मौजूद रहे।
मेयर संयुक्ता भाटिया ने निरीक्षण में पाया कि आईटी चौराहे, चारबाग और चौक में लोग खुले में सो रहे है। मेयर ने सबको समझा कर अपनी गाड़ी के बैठाकर निकट के रैन बसेरों में सोने के लिए भेजा। मेयर ने मजदूरों और जरूरतमंद लोगों से बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ की। अधिकारियों ने रैन बसेरों में हीटर की सुविधा देख काफी खुश हो गए
नेहा शर्मा ने शुक्रवार शाम तेलीबाग स्थित रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने रैन बसेरा में मौजूद लोगों से सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही अधिकारियों को रैन बसेरा में स्वच्छता बनाए रखने के साथ ही किसी भी जरूरतमंद को आधार कार्ड न होने के चलते रैन बसेरे की सुविधा से वंचित न करने के निर्देश दिए।