गौतमबुद्ध नगर: ग्रेटर नोएडा मेट्रो प्रोजेक्ट, मल्टीमॉडल टांसपोर्ट हब और दादरी के बीच चलेगी मेट्रो, बोड़ाकी तक पहुंचा कॉरिडोर तो NMRC को लगे चार चांद, डीपीआर को पहले ही मिली मंजूरी- ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट बोड़ाकी तक बढाए जाने से अभी तक घाटे में चल रही मेट्रो की आमदनी कई गुना बढ़ जाएगी। बोड़ाकी में पहले से दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन निकल रही है। बोड़ाकी में रेलवे स्टेशन बना हुआ है। यहां पर कई ट्रैन के ठहराव हैं। बोड़ाकी तक मेट्रो पर पहुंचने पर अलीगढ, खुर्जा, दनकौर और अजायबपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली में नौकरी पेशा करने वाले लोग ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो से नोएडा-ग्रेटर नोएडा, दिल्ली में आने-जाने की सुविधा आसान हो जाएगी। यात्रियों की संख्या में इजाफा हो जाएगा। इससे अभी तक घाटे में चल रही नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो की आमदनी बढ़ जाएगी।
बोड़ाकी के आस-पास के लोग भी नोएडा, दिल्ली आने-जाने के लिए एक्वा मेट्रो का ही इस्तेमाल करने लगेंगे। मेट्रो डिपो से यह करीब ढ़ाई किलोमीटर का रूट एलिवेटेड होगा। अभी तक एक्वा मेट्रो ग्रेटर नोएडा डिपो से नोएडा सेक्टर-51 तक चलती है। ग्रेटर नोएडा मेट्रो डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो चलाने के लिए बोर्ड बैठक में डीपीआर को मंजूरी मिल चुकी है।
बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यहा पर बहुत बढ़ा निवेश होगा। मल्टीमॉडल टांसपोर्ट हब में बोड़ाकी और दादरी के बीच दिल्ली से बड़ा रेलवे जंक्शन बनाया जाएगा। यहां पर ही सभी एक्सप्रेस ,सुपर फास्ट ट्रैनों का ठहराव होगा। यहां पर ही अंतरराष्ट्रीय बस डिपो बनाया जाएगा। देश के सभी कौने के लिए यहां पर बसें मिलेंगी।
बोडाकी के आस-पास के गांव बोड़ाकी, कटेहरा, चिटेहरा, दतावली और पल्ला गांव की जमीन पर मल्टीमॉडल टांसपोर्ट हब, मल्टी मॉडल लॉजेस्टिक हब, मल्टी मॉडल इंटीग्रेटिड इंडस्टियल टाउनशिप बसाई जा रही है। तीन अर्ली प्रॉजेक्ट के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इन गांवों की जमीन सीधे बैनामा से खरीद ली है। जिन किसानों ने सीधे जमीन नहीं दी है। उन किसानों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है।