ओए-ओए गर्ल सोनम इंडस्ट्री में 30 साल बाद लौटीं, जानिए उनके बारे में खास

तिरछी टोपी वाले.. गाने की एक्ट्रेस सोनम 30 साल बाद इंडस्ट्री में वापस आई हैं। महज 13 साल की उम्र में बतौर हीरोइन करियर शुरू करने वाली सोनम त्रिदेव, विश्वात्मा जैसी 30 फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। फिल्मों में आने के बाद सोनम ने डायरेक्टर राजीव राय से महज 17 साल की उम्र में शादी की। शादी के बाद अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम से धमकियां मिलने और पति राजीव को जान से मारने की कोशिश होने के बाद सोनम ने फिल्मों के साथ-साथ भारत भी छोड़ दिया था। इसके बाद से ही सोनम की कोई खबर नहीं थी। पिछले कुछ समय पहले ही सोनम का इंस्टाग्राम अकाउंट एक्टिव हुआ, जिसका नाम था लॉस्ट एंड फाउंड। खोया और पाया, ये नाम ही सोनम की कहानी को बयां करने के लिए काफी है। सोनम अब सालों बाद भारत वापस आ चुकी है और फिल्मों में काम करना चाहती हैं।सोनम का असली नाम बख्तावर खान है, जो रजा मुराद की भांजी हैं। महज 13 साल की उम्र में सोनम इंडस्ट्री से जुड़ी। इनकी पहली फिल्म यश चोपड़ा की विजय (1988) थी। इस फिल्म में सोनम का रोल काफी छोटा था, लेकिन पहली ही फिल्म के बाद इन्हें बैट-टु-बैक कई बड़ी फिल्में मिलने लगीं। सोनम को मल्टीस्टारर फिल्म त्रिदेव से फेम मिला। इन पर फिल्माए गए गाने ओए-ओए, तिरछी टोपी वाले और गजर ने किया है इशारा काफी पॉपुलर हुए, जो आज भी लोगों की जुबां पर रहते हैं। सोनम आगे आखिरी अजूबा, मिट्टी और सोना, विश्वात्मा, इंसानियत जैसी कई हिट फिल्मों में नजर आईं।
1991 में सोनम ने विश्वात्मा और त्रिदेव जैसी फिल्में बना चुके डायरेक्टर राजीव राय से शादी की थी। शादी के कुछ समय बाद ही सोनम और उनके पति राजीव को अंडरवर्ल्ड डॉन राजीव राय को धमकियां मिली थीं। 1997 में राजीव पर अबू सलेम के गनमैन ने जानलेवा हमला किया था, जिसके बाद सोनम परिवार के साथ भारत छोड़कर लॉस एंजेलिस शिफ्ट हो गई थीं। बाद में ये स्विट्जरलैंड में सेटल हुए। इनका एक बेटा गौरव राय भी है। शादी के कुछ सालों बाद ही सोनम और उनके पति अलग हो गए, जिसके 15 साल बाद दोनों ने तलाक लिया। रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों के तलाक का कारण अंडरवर्ल्ड की धमकियां और उसके कारण खराब हुआ उनका करियर था।
राजीव ने सोनम से अलग होने के बाद 2001 की फिल्म प्यार इश्क और मोहब्बत से बतौर डायरेक्टर कमबैक किया था। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई और 4 साल बाद राजीव ने असंभव फिल्म बनाई। ये फिल्म भी फ्लॉप हो गई। इसी समय राजीव के पिता और नामी प्रोड्यूसर गुलशन राय का निधन हो गया तो राजीव ने फिल्मों से दूरी बना ली। 2004-2021 तक बॉलीवुड से दूर रहे राजीव एक अलग तरह के प्रोजेक्ट के साथ लौट रहे हैं। इनकी कमबैक फिल्म जोरा है जिसे 2023 में रिलीज किया जाएगा। 40 न्यूकमर्स के साथ बन रही इस फिल्म में कोई गाने नहीं होंगे।
1994 में सोनम आखिरी बार फिल्म इंसानियत में नजर आई थीं, इसके बाद से ही उनकी कोई खबर नहीं थी
जर्नी बहुत अच्छी थी। अब मैं 50 साल की हो चुकी हूं और मुझे कोई अफसोस नहीं है। मैं अच्छे स्पेस में हूं। किसी को अपने पास्ट में झांककर बुरा फील नहीं करना चाहिए। हर साल हर दिन एक लर्निंग एक्सपीरियंस होता है। जो खोया, जो पाया मैं उससे संतुष्ट हूं।
मेरे लिए ये फैसला लेना बहुत कन्फ्यूजिंग था। उस समय जो 16 साल की लड़की थी, वो आज के जमाने के टीनएजर से काफी थी। मैंने जल्दबाजी में फैसला लिया था
काफी लोगों ने मुझसे कहा था कि आपका करियर बहुत अच्छा चल रहा है, आगे और भी अच्छा होगा अभी शादी मत करो। सबने कहा था कि ये नाम और शोहरत कमाने का अच्छा मौका है, अभी इंडस्ट्री मत छोड़ो।
एक दिन बैठे-बैठे मैंने सोचा कि बहुत बैठ लिए, बहुत जिंदगी देख ली, अब अपने बारे में सोचना है। इंडस्ट्री में काम करूं। इंशाल्लाह मुझे काम मिले। तो बस मैं अपने फ्यूचर को लेकर बहुत ऑप्टिमिस्टिक हूं। कोई प्लानिंग नहीं की, बस फैसला कर लिया। मैं बस फ्लो के साथ जा रही हूं।
मैं वही रोल करना चाहती हूं जो मेरी उम्र को सूट करें। मैं दूसरों के बारे में नहीं बोलना चाहती, लेकिन मेरा अपने चेहरे पर फिलर्स या बोटोक्स लगाने का कोई इरादा नहीं है। आगे क्या होगा मुझे नहीं पता, लेकिन मैं अपनी उम्र के ही रोल करूंगी। ऐसे रोल जहां फोकस मेरी तरफ हो। ऐसा ना हो कि मैं बस कहीं खड़ी दिखूं। इंडस्ट्री काफी बदल चुकी है, लेकिन मैं भी बदल चुकी हूं। किसी भी 50 साल के इंसान की 16-17 साल के किसी दूसरे इंसान से तुलना करना गलत है। मैं बतौर इंसान बहुत बदली हूं, मैंने दुनिया घूमी है। जब मैंने इंडस्ट्री छोड़ी तो मैं बहुत यंग थी। चीजें अब बदल गई हैं, लेकिन मैं भी बदल चुकी हूं।
मेरे तो फेवरेट सलमान खान हैं, हमेशा थे और हमेशा रहेंगे। एक्ट्रेसेस में मुझे आलिया भट्ट पसंद हैं। वो बहुत अच्छी है।
जी, मुझे जब यश चोपड़ा जी ने मुझे पहली फिल्म में साइन किया तो उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट नहीं रखा था। उसके बलबूते मैंने 30 फिल्में साइन कीं। कुछ फिल्में तो मैं खत्म ही कर रही थी, जब मेरी शादी हुई। जो कमिटमेंट्स थे वो पूरे हुए थे। उन दिनों एक फिल्म को बनने में 2-3 साल लगते थे, आज की तरह नहीं कि 3 महीने में फिल्म बन भी गई और थिएटर में रिलीज भी हो गई। पहले ऐसा नहीं था। मुझे बहुत खुशी है कि अब डांस का क्रेज खत्म हो गया है क्योंकि मैं अच्छी डांसर नहीं थी।
मेरी आंटी साबिया मुराद बहुत से स्टार्स की कॉस्ट्यूम डिजाइनर थीं। उन्होंने मुझे फिल्मों में आने में मदद की, क्योंकि मुझे अपने परिवार की मदद करनी थी। ऐसे ही मैं फिल्मों में आ गई। मेरा कोई गॉडफादर नहीं रहा।
बहुत ही अच्छा एक्सपीरियंस रहा। सबने मुझे बहुत प्यार दिया। मैं कुछ भी नहीं थी लेकिन किसी भी बड़े स्टार ने ऐसा नहीं कहा कि उन्हें न्यूकमर के साथ काम नहीं करना। जो मौका मुझे मिला वो कम ही लोगों को मिलता है। उस समय तो सोशल मीडिया तो दूर मोबाइल फोन तक नहीं थे। मैं इस पूरी इंडस्ट्री की शुक्रगुजार हूं। मैं अब फिर इंडस्ट्री में जगह बनाने की कोशिश कर रही हूं।
मैं बहुत खुश होती थी। भले ही मैंने अपने मां-बाप को सपोर्ट करने के लिए काम शुरू किया था, लेकिन फिर मुझे यही काम बहुत अच्छा लगने लगा। मेरे लिए ये काम नहीं बल्कि मेरी सहेली थी, जो हर जगह साथ थी।