बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हांबरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि बुमराह की गैरमौजदूगी में उमेश यादव टीम का पेस अटैक लीड करेंगे। मैच के दिन पिच को देखकर बाकी बॉलर्स के सिलेक्शन पर फैसला लेंगे। वहीं, बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद चोट की वजह से पहला टेस्ट नहीं खेलेंगे।
पारस बोले, हम लंबे समय के बाद टेस्ट खेल रहे हैं। टी-20 वर्ल्ड कप माइंडसेट के बाद वनडे और टेस्ट में शिफ्ट करना मुश्किल रहता है। लेकिन, अब हमारे लिए हर गेम महत्वपूर्ण है। हम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को ध्यान में रखकर मैदान में उतरेंगे।
पारस बोले, ऋषभ पंत नेट्स में अटैकिंग बल्लेबाजी की ही प्रैक्टिस करते हैं। गेम के इस फॉर्मेट में उन्हें टीम की जरूरतें पता हैं। वे उसी हिसाब से अपना गेम भी खेलते हैं। पंत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 में भारत के टॉप रन स्कोरर भी हैं। उन्होंने भारत के लिए 10 मैचों में 720 रन बनाए हैं।
पारस बोले, हमारे लिए बेस्ट पार्ट है कि सभी प्लेयर्स लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं। सिराज और उमेश लंबे समय से फर्स्ट क्लास खेल रहे हैं। सैनी ने भी बांग्लादेश के खिलाफ ए टूर पर बढ़िया खेला। पुजारा भी लगातार काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं।
बोले कि पिच और सिचुएशन को देखकर टीम में बॉलर्स के सिलेक्शन पर फैसला लिया जाता है। जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में एक ही पिच है। पिछले वनडे में हमें यहां फ्लैट विकेट मिला था। अगर टेस्ट में भी फ्लैट विकेट ही रहा तो 20 विकेट लेना मुश्किल होगा।
स्पिनर्स को थोड़ी भी मदद रही तो हम 3 स्पिनर्स, 2 पेसर्स के साथ जा सकते हैं। मैच के दिन पिच को देखकर ही फैसला लेंगे कि 3 स्पिनर्स खिलाना है या 2 स्पिनर्स।
पारस ने कहा, ‘उमेश यादव लंबे समय से भारत के लिए टेस्ट खेल रहे हैं। इस सीरीज में उमेश ही पेस डिपार्टमेंट को लीड करेंगे। सिराज ने टेस्ट बॉलर के रूप में बेहतरीन सुधार किया है। ये दोनों ही प्लेयर बांग्लादेश के खिलाफ अहम साबित होंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही बांग्लादेश के हेड कोच रसेल डॉमिंगो ने कहा कि मंगलवार शाम को शाकिब से बात करने के बाद पहले टेस्ट में उनके खेलने पर फैसला लिया जाएगा। तीसरे वनडे में शाकिब को उमरान मलिक का बाउंसर लगा था। जिसके बाद उन्हें डॉक्टर्स ने रेस्ट की सलाह दी थी।
रसेल ने साथ ही बताया कि तस्कीन अहमद पहले टेस्ट में बांग्लादेश टीम का हिस्सा नहीं होंगे। पीठ में चोट के बाद तस्कीन सीरीज के 2 वनडे भी नहीं खेल सके थे। उनकी चोट पूरी तरह ठीक नहीं हुई है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट उन्हें 5 दिवसीय गेम में खिलाने का रिस्क नहीं उठाएगी।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के कप्तान केएल राहुल ने कहा था कि टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में अटैकिंग गेम खेलेगी। राहुल ने कहा कि हम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने की ओर ध्यान दे रहे हैं। उसके लिए बांग्लादेश से दोनों टेस्ट जीतने होंगे। हम उसी अप्रोच को दिमाग में रख कर अपना गेम खेलेंगे।
राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया दूसरी बार टेस्ट मैच खेलेगी। उनकी कप्तानी में भारत ने पहला टेस्ट इसी साल जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इस मैच में भारत को 7 विकेट से हार मिली थी
भारत-बांग्लादेश के बीच 2 टेस्ट की सीरीज 14 दिसंबर से शुरू हो रही है। वनडे सीरीज में 2-1 से हार के बाद टीम इंडिया अटैकिंग अप्रोच अपनाएगी और टेस्ट सीरीज जीतकर बांग्लादेश से बदला लेना चाहेगी। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि इस फॉर्मेट में उसे बांग्लादेश के खिलाफ 22 साल में अब तक 1 भी मुकाबले में हार का सामना नहीं करना पड़ा है।