श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का नार्को टेस्ट गुरुवार से रोहिणी के बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में होगा। टेस्ट में तीन से चार दिन लग सकते हैं। दिल्ली की साकेत कोर्ट ने इसकी परमिशन दे दी है।
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) टीम ने नार्को टेस्ट की तैयारियां पूरी कर ली हैं। नार्को टेस्ट के दौरान FSL टीम के साथ डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर नार्को टेस्ट बेनतीजा रहा तो पुलिस आफताब का ब्रेन मैपिंग टेस्ट करने की मांग भी कर सकती है
जांच में शामिल एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि आफताब बहुत चालाक है और कभी भी मामले में नया मोड़ ला सकता है। अभी तक वह पुलिस की हर बात मान रहा है, जांच में सहयोग कर रहा है। यहां तक कि पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए भी राजी हो गया। वहीं, पुलिस को उसके इस अच्छे व्यवहार पर संदेह हो रहा है।
पुलिस सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि पूछताछ के दौरान आफताब बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंट था। उसने बहुत तेजी से और रिलैक्स होकर जवाब दिया। इससे लगा कि वह पहले से सोच-समझकर जवाब देता है। पुलिस को शक यह भी है कि जब सितंबर-अक्टूबर में आफताब को मुम्बई पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था, उस वक्त भी श्रद्धा के कुछ बॉडी पार्ट्स उसके दिल्ली वाले फ्लैट में मौजूद थे।
दिल्ली पुलिस ने आफताब की नई गर्लफ्रेंड से पूछताछ की है। उसने कहा कि श्रद्धा के मर्डर या उसके टुकड़ों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। लड़की ने कहा कि जब वह आफताब से मिलने उसके घर आती थी, तो उसे अंदाजा भी नहीं था कि आफताब ने इसी घर में श्रद्धा की लाश के टुकड़े रखे थे।
रोहिणी FSL में सोमवार शाम को हुए हमले में आफताब को बचाने वाले पुलिसकर्मियों को इनाम मिला है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने तारीफ करते हुए उनको 10-10 हजार रुपए दिए हैं। आफताब को ले जा रही पुलिस वैन पर रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के बाहर 4-5 लोगों ने हमले की कोशिश की थी। इनके हाथों में तलवारें थीं। पुलिस ने इन हमलावरों से आफताब को बचाया था।
आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो गया है, जिसकी फाइनल रिपोर्ट तैयार की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ के दौरान आफताब ने कबूल किया है कि उसी ने श्रद्धा की हत्या की। साथ ही यह भी कहा कि उसको श्रद्धा की हत्या का कोई अफसोस नहीं है।
श्रद्धा की हत्या से पहले और उसके बाद भी उसके दूसरी लड़कियों से रिश्ते थे।
आफताब के ब्रेन मैपिंग की भी संभावना, जानिए ये क्या है?
हमारा दिमाग अरबों न्यूरॉन से बना है। ये न्यूरॉन ही शरीर के सभी हिस्सों से दिमाग तक संदेश पहुंचाते हैं और दिमाग के मैसेज को शरीर के सभी अंगों तक भेजते भी हैं। ये मैसेज का वेव के रूप में आदान-प्रदान करते हैं। ब्रेन मैपिंग टेस्ट में इन्हीं तरंगों को मॉनिटर किया जाता है। इससे शख्स की मेंटल हेल्थ कंडीशन का पता लगाया जाता है।
वहीं, क्रिमिनल से राज उगलवाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रोसेस में आरोपी से सवाल किए जाते हैं और जब वह जवाब देता है तब उसकी प्रतिक्रिया को मॉनीटर किया जाता है।
आफताब की नई पार्टनर एक साइकेट्रिस्ट है। उसने पुलिस को बताया कि वह अक्टूबर में दो बार आफताब के घर गई थी, लेकिन उसे कभी महसूस नहीं हुआ कि इस घर में किसी का मर्डर हुआ है या यहां किसी इंसानी शरीर के टुकड़े रखे हुए थे।