हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में शनिवार को मतदान होगा। सत्तारूढ़ भाजपा जहां विकास के एजेंडे पर सवार होकर चुनावी सफलता दोहराने की उम्मीद कर रही है वहीं, कांग्रेस को भरोसा है कि हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा जारी रहेगी। इस पर्वतीय राज्य में 55 लाख मतदाता 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य शामिल हैं।
भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने अग्रिम मोर्चे पर प्रचार अभियान की कमान संभाली थी। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई चुनावी सभाएं कीं।
कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान मुख्यत पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के हाथ में रही। कांग्रेस के लिए भाजपा से हिमाचल प्रदेश छीनना अपने अस्तित्व का सवाल है।पोलिंग पार्टियां शुक्रवार को मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गईं। दूरदराज वाले केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टिंया 10 नवंबर को ही रवाना हो गई थीं। ऊंचाई वाले पोलिंग बूथ पर हेलिकॉप्टर से मतदान कर्मी भेजे गए हैं। लाहौल स्पिति में मतदान करना सबसे बड़ी चुनौती है। यहां बर्फबारी हो रही है, जिससे पोलिंग पार्टियों को बूथ तक पहुंचने में मुश्किल आई। कई जगह चॉपर की मदद लेनी पड़ी। बीआरओ, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के जवानों की मदद भी ली जा रही है।