गौतमबुद्ध नगर : दिन निकलते ही एनटीपीसी छावनी में तब्दील हो गया है। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ने प्रदर्शन आए किसानों पर लाठी चार्ज की है। मौके पर पीएसी के जवान भी हैं। आपको बता दें कि मंगलवार को भारी संख्या में किसानों ने दादरी में स्थित एनटीपीसी के बाहर हंगामा भी किया था। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच काफी नोकझोंक हुई थी। नोकझोंक के दौरान काफी किसान घायल हुए। पुलिस ने किसान नेता सुखबीर खलीफा समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। किसानों ने चेतावनी दी थी कि वह बुधवार को दोबारा से प्रदर्शन करेंगे। जिसके बाद दिन निकलते ही बुधवार को किसानों के पहुंचने से पहले भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई है।
क्या है किसानों की मांग
दरअसल, ग्रेटर नोएडा में दादरी के पास नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन का विद्युत उत्पादन केंद्र है। यह संयंत्र लगाने के लिए सरकार ने करीब 35 वर्ष पूर्व इलाके के 23 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया था। किसानों का कहना है कि उस वक्त भूमि अधिग्रहण की एवज में मिलने वाला मुआवजा समान नहीं था। मतलब, किसी गांव में कम और किसी गांव में ज्यादा मुआवजा भुगतान किया गया। तभी से किसान समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा एनटीपीसी में नौकरियां और इन गांवों के विकास की मांग भी किसान करते रहे हैं। अब इन्हीं मांगों को पूरा करवाने के लिए 2 दिनों से किसानों की भीड़ एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांट के बाहर प्रदर्शन कर रही है।
मंगलवार को छावनी में तब्दील हुई एनटीपीसी
मंगलवार की शाम किसानों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई थी। जिसमें पानी की बौछार की गई और फिर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। इस लाठीचार्ज में कई किसानों के घायल होने की सूचना मिली है। पुलिस और किसानों के बीच हुई तीखी नोकझोंक के दौरान 13 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा भी शामिल हैं। सुखबीर खलीफा मूल रूप से नोएडा में सर्फाबाद गांव के रहने वाले हैं। इससे पहले भी सुखबीर के नेतृत्व में नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ लंबा किसान आंदोलन किया गया था।