राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की 1 नवंबर को आदिवासी जिले बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम के प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर आधिवासी कार्ड खेल ते हुए बीजेपी को घेरा है। गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने की मांग की है। सीएम गहलोत ने मोदी को लिखे पत्र में अवगत कराया है कि 1913 में गोविंद गुरू के नेतृत्व में एकत्रित वनवासियों पर ब्रिटिश सेना ने फायरिंग की। इस फायरिंग मे 15 00 से अधिक वनसासियों ने अपना बलिदान दिया। वनवासियों के बलिदान और गोविंद सिंह गुरू के योगदान को रेखांकित करने के लिए राज्य सरकार ने मानगढ़ धाम में जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय बनाया है। बता दें, सीएम गहलोत ने इस मांग को लेकर 8 अगस्त 2022 को भी पीएम मोदी को पत्र लिखा था। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी की 1 नवंबर को प्रस्तावित बांसवाड़ा दौरा है। पीएम मोदी जनसभा को संबोधित कर सकते हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास पर मानगढ़ धाम के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। गहलोत ने कहा कि आदिवासियों के तीर्थस्थल मानगढ़ के विकास कार्यो में राज्य सरकार किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ेगी। इसे राष्ट्रीय स्तर का स्मारक घोषित करवाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय प्राचीन स्मारकों को प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 के तहत परिभाषित किया गया है। अधिनियम के तहत ऐतिहासित पुरात्वविक एवं वास्तुकाल के महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की घोषणा की जाती है। इस दृष्टि से देखा जाए तो राष्ट्रीय आजादी की अलख जगाने के लिए 1500 आदिवासी भाइयों के सर्वोच्च बलिदान के कारण यह स्थल ऐतिहासिक है। गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने पर महान संत श्री गोविंद सिंह गुरू को सच्चा श्रद्धाजंलि अर्पित की जा सकेगी।
मीटिंग में कला एंव संस्कृति बीडी कल्ला, जनजातिय मंत्री अर्जुन बामणिया, मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव पर्यटन गायत्री राठौड़, जिला कलेक्टर बांसवाड़ा प्रकाश चंद्र शर्मा समेत आला अधिकारी मौजूद रहे।