राजस्थान में गहलोत के मंत्री सुभाष गर्ग और भजनलाल जाटव ने केंद्रीय मंत्री जलशक्ति गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दोनों मंत्रियों ने भरतपुर का बिन पेंदे का लोटा कब लुढ़क जाए, पता नहीं चलता के बयान की निंदा की है। बता दें शेखावत ने बयान दिया था कि भरतपुर का बिन पेंदे का लोटा कब किधर लुढ़क जाए, पता नहीं चलता। भरतपुर के मंत्री, विधायक और नेताओं का भी पता नहीं चलता कि वो कब किसके साथ खड़े हो जाएं। यहां के नेता बसपा, कांग्रेस, भाजपा, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, किसके साथ खड़े होंगे ये वो जानते हैं या राम जानते हैं।
राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने शेखावत के पूर्वी राजस्थान के भाजपा सहित सभी जनप्रतिनिधियों एवं जनता के लिए दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। गर्ग ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मांग की है कि ऐसे मानसिक दिवालिया वाले मंत्री को मंत्रिमंडल से ही नहीं, बल्कि पार्टी से ही निष्कासित करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने झुंझुनूं में मीडिया से कहा कि मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को भरतपुर का बिन पेंदे का लोटा बताते हुए कहा कि उनके परिवार वाले ही उन पर विश्वास नहीं करते हैं। शेखावत के इस बयान का भरतपुर से आने वाले मंत्रियों ने विरोध किया है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और केंद्रीय मंत्री शेखावत का अदावत जगजाहिर है। अब मंत्री सुभाष गर्ग और भरोसीलाल जाटव ने भी शेखावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सुभाष गर्ग ने यह भी कहा कि इस बयान से भरतपुर सहित पूर्वी राजस्थान की जनता का अपमान हुआ है. ऐसी स्थिति में केंद्रीय मंत्री को जनता से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव ने केंद्रीय मंत्री शेखावत के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जाटव ने कहा कि भरतपुर संभाग के लोग स्वाभिमानी लोग हैं, वो आपस में मिल जुल कर रहते हैं। शायद केंद्रीय मंत्री शेखावत को भरतपुर संभाग के बारे में पूरी जानकारी नहीं है।