मोहन भागवत का 10 अक्तूबर तक कानपुर के दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय, आजादनगर में चलने वाला स्वर संगम घोष शिविर गुरुवार से शुरू हो चुका है। इसमें शिरकत करने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को दिल्ली से हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस से कानपुर सेंट्रल पहुंचेंगे। सेंट्रल स्टेशन से कार्यक्रम स्थल तक कड़ी सुरक्षा घेरे में जाएंगे। नौ अक्तूबर को वाल्मीकि जयंती पर नानाराव पार्क में वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद भागवत आमजनों को संबोधित करेंगे। 10 अक्तूबर को एसडी कॉलेज परिसर में मोहन भागवत परिवार मिलन समारोह (कुटुंब प्रबोधन) में शामिल होकर आमजनों को एक बार फिर संबोधित करेंगे। वह एसडी कॉलेज के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत के बैनर तले होने वाले घोष वर्ग में 21 जिलों के 1487 वाद्य यंत्रों के निपुण वादकों के अलावा अखिल भारतीय, क्षेत्रीय और प्रांतीय पदाधिकारी प्रवास करेंगे। प्रांत प्रचारक श्रीराम, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अनुपम, भवानी भीख, संजीव पाठक सहित सभी जिम्मेदार कार्यक्रम स्थल पर व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग के साथ ही तैयारियों में जुटे हैं। रेलवे पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है।नौ अक्तूबर को संघ प्रमुख मोहन भागवत वाल्मीकि जयंती पर नानाराव में समाज के लोगों से बातचीत करके संबोधित करेंगे। दस अक्तूबर को दीनदयाल कालेज में कुटुंब प्रबोधन के तहत परिवारों को संबोधित करेंगे। दीनदयाल कॉलेज परिसर में ही भागवत और अखिल भारतीय अधिकारी प्रवास करेंगे।
वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगी, इन वाद्य यंत्रों का होगा प्रदर्शन
- पारम्परिक वाद्ययंत्र- पखावज, बांसुरी,ढोलक, तबला, सितार, तानपुरा, शहनाई आदि।
- आधुनिक वाद्ययंत्र- गिटार, सैक्सोफोन, इलेक्ट्रॉनिक कीबोर्ड, ट्म्पेट,जांजड्म, कोगा आदि।
- विलुप्त वाद्ययंत्र- मेन्डोलियन, पैर से धौंक कर बजायी जाने वाली हारमोनियम, दिलरूबा, चमेली आदि।
- संघ में प्रयोग होने वाले नागांग, तूर्य, प्रणव, वेण, आनक, आदि