अनुराग कश्यप वैज्ञानिक बनना चाहते थे, बन गए निर्देशक

अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) का जन्म 10 सितंबर 1972 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। अनुराग का नाम उन निर्देशकों में शुमार है, जो अपनी अलग तरह की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, उनकी कुछ फिल्मों को जहां दर्शकों ने बेशुमार प्यार दिया है तो वहीं दूसरी ओर कुछ को सिरे से नकार दिया है। वैसे अनुराग अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ ही साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं। बेबाक अंदाज वाले अनुराग कश्यप आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं और ऐसे में हम आपको बताते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें….अनुराग कश्यप बचपन से ही वैज्ञानिक बनने की इच्छा रखते थे और देहरादून- ग्वालियर में बचपन बीतने के बाद वो उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली आ गए। दिल्ली में उन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जूलॉजी डिपार्टमेंट में दाखिला लिया और 1993 में ग्रेजुएश पूरा किया। उसके साथ ही उन्होंने स्ट्रीट थिएटर ग्रुप जनता नाट्य मंच ज्वाइन किया और कुछ स्ट्रीट प्ले किए। कहा जाता है कि उस वक्त जब उन्हें ‘भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ में जाने का मौका मिला तो अनुराग ने दस दिनों में 55 फिल्में देखीं। विटोरियो (वित्तोरियो द सीसा) की फिल्म बाइसिकिल थीफ ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया।
1993 में 5 हजार रुपये लेकर अनुराग कश्यप, मुंबई आए थे और जल्दी ही जब उनके पैसे खत्म हो गए तो उन्होंने कभी समंदर किनारे बीच पर रात बिताई तो कभी सड़क किनारे सोए। उस वक्त उन्होंने काफी कोशिश करके पृथ्वी थिएटर्स में काम ढूंढ लिया लेकिन पहले प्ले हमेशा के लिए अधूरा रह गया क्योंकि उसके निर्देशक की मौत हो गई थी।
अनुराग की इसके बाद किसी तरह से पहली मुलाकात शिवम नायर से हुई और उन्होंने उनके साथ फिल्म टैक्सी ड्राइवर देखी और फिर श्रीराम राघवन के लिए काम किया। इसके बाद अनुराग ने हंसल मेहता की फिल्म के लिए भी काम किया, जो रिलीज ही नहीं हुई। इसके बाद 1998 में मनोज बाजपेयी ने अनुराग का नाम राम गोपाल वर्मा को सुझाया। राम गोपाल वर्मा को अनुराग की फिल्म ऑटो नारायण पसंद आई थी तो सौरभ शुक्ला के साथ उन्हें फिल्म सत्या के काम पर रख लिया। सत्या की स्क्रिप्ट में अनुराग का भी योगदान रहा और फिल्म सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद कौन और शूल जैसी फिल्मों के लिए भी उन्होंने काम किया। अनुराग की पहली निर्देशित फिल्म पांच थी, जो 5 दोस्तों की कहानी थी, जो रॉक बैंड चलाते हैं और किसी वजह से क्रिमिनल बन जाते हैं। हालांकि ये फिल्म किसी न किसी वजह से आज तक रिलीज नहीं हो पाई।
अनुराग कश्यप अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ ही अपनी पर्सनल लाइफ के लिए भी खूब खबरों में रहे हैं। अनुराग कश्यप ने दो शादियां की हैं। अनुराग की पहली शादी आरती बजाज से 1997 में हुई थी, जो 2009 में टूट गई। इसके बाद अनुराग ने 2011 में कल्कि केकलां से शादी की लेकिन ये रिश्ता भी 2015 में खत्म हो गया। अनुराग की बेटी का नाम आलिया कश्यप है, जो खूब खबरों में रहती हैं। इसके अलावा अनुराग कभी इनकम टैक्स की रेड को लेकर खबरों में रहे तो कभी उन पर शोषण के आरोप लगे।
बता दें कि अनुराग कश्यप अपने हटकर सिनेमा के लिए जाने जाते हैं और भले ही उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर मोटी कमाई नहीं करती हैं लेकिन क्रिटिक्स को पसंद आती हैं और खूब चर्चा में रहती हैं। अनुराग की क्रिटिकली हिट फिल्मों में ब्लैक फ्राइडे, नो स्मोकिंग, देव डी, गुलाल, गैंग्स ऑफ वासेपुर, अग्ली, रमन राघव 2.0, मुक्काबाज और मनमर्जियां शामिल है। वहीं याद दिला दें कि अनुराग कश्यप एक बेहतरीन एक्टर भी हैं और कई फिल्मों में अपना दम दिखा चुके हैं। बतौर एक्टर अनुराग ने ब्लैक फ्राइडे, नो स्मोकिंग,लक बाय चांस, हैप्पी न्यू ईयर, शागिर्द, अकीरा और एके वर्सेज एके में काम किया है।