डलमऊ /रायबरेली : भाद्र मास की पूर्णिमा के अवसर पर गंगा तट डलमऊ के किलाघाट संकट मोचन घाट सड़क घाट रानी शिवाला घाट वीआईपी घाट पक्का घाट पथवारी घाट आदि के साथ लगभग 1 दर्जन से अधिक स्नान घाटों पर जनपद के साथ-साथ गैर जनपद से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं द्वारा देर रात से शनिवार शाम तक गंगा मैया के जयकारों के साथ गंगा में आस्था की डुबकी लगाई गई और गंगा किनारे स्थित मंदिरों शिवालयों में जलाभिषेक करते हुए पूजा अर्चना की गई
माघ मास की पूर्णिमा के अवसर पर बीते 1 सप्ताह से क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा विभिन्न बैठकों के माध्यम से आने वाली श्रद्धालुओं की सुख सुविधाओं के लिए बनाई गई योजना धरी की धरी रह गई और श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार की समस्याओं के साथ गंगा तट पहुंचकर गंगा स्नान करना पड़ा जिस के क्रम में कस्बे के मुख्य मार्गों पर फैले अतिक्रमण के मकड़जाल के चलते घंटों लगे भीषण जाम से विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझते हुए गंगा तट तक पहुंचे और यही नहीं गंगा तट के स्नान घाटों को जाने वाली नगर पंचायत की सड़कों के पटरी पर अस्थाई रूप से किए गए अतिक्रमण के चलते श्रद्धालुओं को गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ा स्नान घाटों पर उच्च अधिकारियों के आदेश के बावजूद भी पर्याप्त रूप से साफ सफाई ना होने के कारण गंगा नदी में गिरने वाले गंदे नाले के मिश्रित पानी में ही गंगा स्नान करना पड़ा स्नान घाटों पर नगर पंचायत द्वारा बैरिकेडिंग की व्यवस्था ना कराए जाने से श्रद्धालुओं को स्नान घाट की सीढ़ियों पर ही अप्रिय घटना के डर से गंगा स्नान करना पड़ा।