दिल्ली में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आप सरकार और विपक्षी दल भाजपा के बीच सियासी संग्राम और तेज हो गया है। सड़क से सदन तक पहुंची यह लड़ाई सोमवार को धरने तक पहुंच गई। सत्तापक्ष व विपक्ष ने भ्रष्टाचार के मामले में एक-दूसरे पर कार्रवाई की मांग को लेकर विधानसभा परिसर को धरने का अखाड़ा बना दिया। दोनों पक्षों के विधायकों ने रात में धरना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे आप विधायकों ने देशभक्ति गीतों के जरिए एक-दूसरे में जोश भरा।
धरने की यह सियासत सोमवार को विधानसभा के अंदर शुरू हुई। पहले विपक्ष के विधायकों ने वेल में पहुंचकर सरकार के खिलाफ धरना देने की कोशिश की। इसके बाद सत्तापक्ष के विधायक भी उपराज्यपाल पर एक घोटाले का आरोप लगाकर सदन में धरना देने लगे। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित करना पड़ा। फिर शाम को दोनों पार्टियों के विधायक विधानसभा परसिर में अलग-अलग स्थानों पर धरने पर बैठ गए। आप विधायकों ने एलजी के इस्तीफे की मांग को लेकर महात्मा गांधी की मूर्ति और भाजपा ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की प्रतिमा के नीचे बैठकर पूरी रात प्रदर्शन किया।
इससे पहले विधानसभा में आप विधायक दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल पर खादी ग्रामोद्योग आयोग में चेयरमैन के पद पर रहते हुए 1400 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक सुबह धरनास्थल से ही सदन की कार्यवाही में शामिल होने जाएंगे।
वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी का कहना था कि सदन से भाजपा विधायकों को सोमवार को भी असंवैधानिक ढंग से निष्कासित किया गया और किसी विषय को उठाने की अनुमति नहीं दी गई। बिधूड़ी ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन को पद से बर्खास्त करने की मांग की।
- भाजपा ने आरोप लगाया कि कक्षाओं की निर्माण लागत में 326 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
- बिधूड़ी ने कहा कि मनमाने तरीके से चल रही विधानसभा, राष्ट्रपति से करेंगे शिकायत।
- आप का आरोप, एलजी ने खादी ग्रामोद्योग आयोग का चेयरमैन रहते हुए घोटाला किया ।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया और कहा कि प्रस्ताव यह साबित करने के लिए था कि भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ भले ही अन्य राज्यों में सफल रहा हो, लेकिन यहां विफल रहा क्योंकि आप के सभी विधायक ‘कट्टर ईमानदार’ हैं।