सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों को बायकॉट किए जाने का एक चलन सा चल पड़ा है। किसी न किसी वजह को बहाना बनाकर फिल्मों को ट्विटर और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर बायकॉट कर दिया जाता है। दिलचस्प बात ये है कि ये सारी चीजें सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं रहतीं। Laal Singh Chaddha और ऐसी अन्य तमाम फिल्मों के मामले में हम देख चुके हैं कि उन्हें इस तरह के बायकॉट का कितना भारी नुकसान झेलना पड़ा।
पिछले दिनों ‘लाल सिंह चड्ढा’ की हालत इतनी बुरी हो गई कि थिएटर मालिकों ने शोज चलाने से इनकार कर दिया। इसके बाद ‘रक्षा बंधन’ और ‘लाइगर’ जैसी फिल्मों को भी पब्लिक की नफरत का सामना करना पड़ा और सोशल मीडिया पर इनके लिए जमकर बायकॉट ट्रेंड चलाया गया। अब हाल ही में ‘ब्रह्मास्त्र’ के लिए भी इसी तरह का बायकॉट ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
‘ब्रह्मास्त्र’ की लीड एक्ट्रेस आलिया भट्ट के साथ फिल्म ‘डार्लिंग्स’ में नजर आ चुकीं शेफाली शाह ने अब इस ट्रेंड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शेफाली शाह से जब पूछा गया कि उनकी सीरीज ‘दिल्ली क्राइम 2’ ओटीटी पर आ रही है, बायकॉट ट्रेंड के बीच इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लाया जाना कितनी सुरक्षित महसूस करवाता है? जवाब में शेफाली ने कहा कि बायकॉट ट्रेंड ऊर्जा की बरबादी है।
शेफाली ने कहा कि जो एक चीज उनकी समझ में नहीं आ रही है वो है नफरत। नफरत करने में बहुत ज्यादा मशक्कत लगती है। शेफाली शाह ने कहा कि किसी की तरफ से किसी के लिए भी की जाने वाली नफरत, यहां सिर्फ बॉलीवुड की बात नहीं हो रही, ये ऊर्जा की गलत दिशा में बरबादी है। इसी शक्ति का इस्तेमाल किसी सही दिशा में कुछ कंस्ट्रक्टिव करने में किया जा सकता है।