नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर को ढहाने से पहले आसपास के 1396 फ्लैट खाली कराए गए। 500 मीटर एरिया को नो एंट्री जोन बनाया गया। ट्विन टावर के आसपास 10 ब्लैक बॉक्स लगाए गए, जो वाइब्रेशन रिकॉर्ड करेंगे। ब्लास्ट से पहले 35 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग और बिल्लियों का भी रेस्क्यू किया गया। महज 12 सेकंड में टावर ढ़ह गया। हजारों लोगों की भीड़ टावर का ध्वस्तीकरण देखने पहुंची थी।महज 12 सेकंड में सुपरटेक के दोनों टावर गिर गए। इसके बाद लोगों ने और NDRF की टीम ने वॉटर फॉगिंग की जिससे मलबा दब सके।यही वो टीम है जो पूरे ब्लास्ट की जिम्मेदारी संभाल रही है। विदेश से भी एक्सपर्ट्स को बुलाया गया है।टावर को ब्लास्ट करने से पहले लोगों ने पूजा की।टावर्स के ब्लास्ट से मलबा या धूल आसपास के घरों ने जाए, इसलिए बिल्डिंग को पर्दों और तिरपाल से ढ़का गया है।बिल्डिंग को गिराने से पहले सुरक्षा के सारे इंतजाम किए गए हैं। नगर निगम के कर्मचारी भी मौके पर हैं।