राजस्थान भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं है। पार्टी के कामकाज को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष को दिल्ली में फीडबैक दिया। दोनों नेता एक साथ दिल्ली गए थे। दोनों नेताओं ने प्रदेश में भाजपा की बूथ लेवल योजना और 200 विधानसभा क्षेत्रों में विस्तारक लगाए जाने की योजना की जानकारी दी। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के खिलाफ आने वाले समय में बनाए जाने वाले मुद्दों को लेकर भी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा आने वाले दिनों में गहलोत सरकार बड़ा आंदोलन खड़ा कर सकती है। वहीं संगठनात्मक स्तर पर ढ़ांचे को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण शिविरों और बूथ लेवल तक बनने वाली इकाइयों के काम में भी तेजी ला सकती है। बताया जाता है कि जेपी नड्डा ने दोनों नेताओं को सभी को साथ लेकर चलने की नसीहत दी है।
बताया जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को एक साथ चलकर चलने की नसीहत दी है। वहीं पार्टी की अब तक की गतिविधियों को लेकर संतोष व्यक्त किया है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में प्रदेश में केंद्रीय नेताओं के दौरे में गति आएगी। मान जा रहा है कि प्रदेश के बड़े नेता गुजरात के चुनावी प्रबंधन पर लगाए जा सकते हैं। यह भी बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा ने पार्टी नेताओं संग इस संबंध में चर्चा की है। गुजरात चुनाव में राजस्थान के नेताओं को बड़ी संख्या में प्रबंधन के तौर पर लगाया जाएगा। हालांकि, भाजपा की तरफ से इस फीडबैक बैठक को लेकर विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
उल्लेखनीय है कि सीएम फेस को लेकर लंबे समय से चल रही गुटबाजी चरम पर है। बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में अगले साल यानी 2023 में होने वाले विधासनभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़े जाएंगे। पूनिया ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी के केंद्रीय नेताओं में आम राय है कि राजस्थान में चुनाव पीएम मोदी के नाम और काम पर लड़ा जाए। केंद्रीय नेता भी साफ कर चुके हैं। उन्होंने ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का चेहरा होगा, बाकी हम सब सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। पार्टी का ससंदीय बोर्ड फिर ये फैसला कर सकता है कि राजस्थान में अगला सीएम कौन होगा राजस्थान में सीएम फेस को लेकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके विरोधियों के बीच खींचतान जगजाहिर है।