तेलंगाना में सियासी दल विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस में विरोध की आशंकाएं मजबूत होती नजर आ रही हैं। खबर है कि एक और वरिष्ठ नेता ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। कहा जा रहा है कि अगर वह पार्टी छोड़ने का फैसला करते हैं, तो कई और विधायक भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं।
कांग्रेस में तनाव की ताजा तस्वीर में मुनुगोडे विधायक कोमतिराज राज गोपाल रेड्डी का नाम सामने आ रहा है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि राज गोपाल पार्टी छोड़ने का अपना मन बना चुके हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि अगर वह पार्टी छोड़ते हैं, तो बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थकों को अपने साथ ले जा सकते हैं।
राज गोपाल को ‘ए रेवंत रेड्डी के पार्टी चलाने का तरीका पसंद नहीं है।’ उनका मानना है कि पार्टी ने कांग्रेस वफादारों के बजाए ‘बाहरी’ लोगों पर भरोसा जताया है। खबर यह भी है कि उन्होंने कथित तौर पर रेवंत से नालगोंडा जिले में प्रचार के लिए नहीं आने को कहा है।
राज गोपाल के भाई वेंकट रेड्डी भोंगिर से लोकसभा सांसद हैं और दोनों का क्षेत्र में खासा वर्चस्व है। कांग्रेस नेताओं को इस बात का डर है कि राज गोपाल रेड्डी का फैसला उनके भाई को भी प्रभावित कर सकता है, जिसका असर कांग्रेस पर पड़ सकता है। ‘राज गोपाल ने रेवंत रेड्डी से नालगोंडा में प्रचार या दौरा के लिए परेशान नहीं होने को कहा है और दूर रहने की चेतावनी दी है। उन्हें लगता है कि रेवंत पार्टी के बजाए खुद का प्रचार करते हैं और अपने फैसलों में अन्य पार्टी नेताओं को शामिल नहीं करते। ऐसा पार्टी के कई नेताओं को लगता है और अब वे इसे मजबूती से जाहिर कर रहे हैं।’
पार्टी के संगारेड्डी विधायक टी जयप्रकाश रेड्डी या जग्गा रेड्डी भी रेवंत रेड्डी के काम करने के तरीके से खुश नहीं है। वह इसे लेकर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का भी रुक कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी AICC नेताओं से संपर्क किया है।
इधर, कुछ नेताओं का कहना है कि रेवंत फैसलों में सभी को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं और आगामी चुनाव जीतने के प्रयास में कांग्रेस को एकजुट करने के लिए राज्य का दौरा करेंगे।