गुजरात में 40 रुपये की ‘पोटली’ ने ले ली 37 की जान, पानी को बनाया जहरीली शराब

गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है। इसके अलावा70 अन्य लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि रोजिड गांव और आसपास के इलाकों में शराब तस्करों ने अत्यधिक जहरीली मिथाइल अल्कोहल से बनी शराब स्थानीय लोगों को बेची। यह देशी शराब छोटी प्लास्टिक की थैलियों में बेची जाती है, जिसे ‘पोटली’ कहा जाता है और एक पाउच की कीमत 40 रुपये होती है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बोटाड में छोटे-मोटे शराब तस्करों ने पानी में मिथाइल एल्कोहल मिलाकर शराब बनाई और फिर उसे पोटली में स्थानीय लोगों को 40 रुपये में बेच दिया। एक अधिकारी ने कहा, “ऐसी पोटली 25 रुपये से 50 रुपये के बीच कहीं भी बिकती हैं। ये पोटली 40 रुपये में भी बेची जाती है। पोटली मूल रूप से छोटे प्लास्टिक के पैकेट होते हैं। इनमें से कई लोगों की मौत एक ही पोटली पीने के बाद हो गई।”
पुलिस ने इस मामले में 24 मुख्य दोषियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 328 (जहर से चोट पहुंचाना) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत तीन प्राथमिकी दर्ज की है। अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने मंगलवार को कहा, “फोरेंसिक विश्लेषण से पता चला है कि पीड़ितों ने मिथाइल अल्कोहल का सेवन किया था। हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आगे की जांच के लिए अधिकांश आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।” गुजरात के गृह विभाग ने घटना की विस्तृत जांच करने और तीन दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
इस बीच 25 वर्षीय व्यक्ति भावेश चावड़ा के शव को बिना पोस्टमॉर्टम के दफन कर दिया गया। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम अक्रू गांव पहुंची। आशंका जताई जा रही है कि उसकी भी जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रविवार को चावड़ा को चक्कर आने लगे और धुंधली दृष्टि, पेट दर्द, सिरदर्द और उल्टी होने लगी। बाद में उसकी हालत बिगड़ गई। उसे स्थानीय सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। परिवार के सदस्यों और डॉक्टरों ने माना कि उसकी मौत किसी सदमे, हमले या प्राकृतिक कारणों से हुई होगी
चावड़ा के शरीर को घर ले जाया गया और उचित अनुष्ठान के साथ दफनाया गया। मंगलवार की शाम पुलिस व एफएसएल की टीम अकरू गांव पहुंची और खुदाई की प्रक्रिया शुरू की। शव को बाहर निकालने के बाद मृतक का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।